Hindi News

indianarrative

भारत-नेपाल का संयुक्त सैन्य अभ्यास देगा नई ऊर्जा, चीन की साजिशें फेल

Indo-Nepal joint Drill Surya Kiran

Surya Kiran: एक-एक कर चीन की साजिशों का न केवल पर्दाफाश हो रहा है बल्कि चीन की साजिशें फेल भी हो रही हैं। चीन की कोशिश रहती है कि नेपाल भारत से दूर हो जाए। लेकिन अब ऐसा देखने में आ रहा है कि चीन को लगातार चपत रही है। इसका ताजा उदाहरण भारत और नेपाल की सेनाएं संयुक्त सैन्य अभ्यास करने जा रही हैं। इस सैन्य अभ्यास का नाम सूर्य किरण (Surya Kiran) दिया गया है। निश्चित तौर पर भारत-नेपाल के रिश्तों में सूर्य किरण (Surya Kiran)) से नई ऊष्मा और ऊर्जा का संचार होगा।

नेपाल और भारत के सैन्य अभ्यास से दोनों देशों की सेनाओं के साथ-साथ आम लोगों के बीच निकटता आती है। मौजूदा सैन्य अभ्यास में  भारत और नेपाल के कुल 650 सैनिक हिस्सा लेंगे। इससे पहले केपी शर्मा ओली के कार्यकाल में चीन ने नेपाल पर काफी दबाव बनाया था। चीन के प्रभाव के कारण ही ओली ने नेपाल का विवादित नक्शा जारी किया था, जिसमें भारतीय क्षेत्रों को शामिल किया गया था। बाद में सत्ता परिवर्तन के बाद शेर बहादुर देउबा सरकार ने भारत के साथ संबंधों को सुधारा।

भारतीय और नेपाली सेना के बीच होने वाले सैन्य अभ्यास का नाम सूर्य किरण है। इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच दोस्ताना संबंध को और मजबूत बनाना है। यह सूर्य किरण सैन्य अभ्यास का 16वां एडिशन है। सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारतीय सेना का दल बुधवार को नेपाल पहुंचा। यह अभ्यास भारत -नेपाल सीमा के पास रूपनदेही के सालझंडी में होगा।

काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने बुधवार को ट्वीट किया कि भारतीय सेना का दल 16वां भारत-नेपाल सैन्य अभ्यास ‘सूर्य किरण’ में हिस्सा लेने के लिए आज नेपाल के सालझंडी पहुंचा। यह अभ्यास पेशेवर अनुभवों को आपस में साझा करने और दोनों देशों की सेनाओं के बीच दोस्ती को मजबूत बनाने के लिहाज से एक प्रतिमान है। इसके पहले इस अभ्यास के 15वें संस्करण का आयोजन पिथौरागढ़ में किया गया गया था जिसमें दोनों देशों के 650 सैनिकों ने हिस्सा लिया था।

भारतीय सेनाध्यक्ष मनोज पांडे ने गत सितंबर में नेपाल की यात्रा की थी। इस यात्रा के दौरान जनरल पांडे को राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने नेपाली सेना के जनरल की मानद उपाधि प्रदान करके सम्मानित किया था। नेपाल और भारत के बीच 1850 किलोमीटर लंबी सीमा है जो सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से होकर गुजरती है।