Azam Khan Defamation case: समाजवादी पार्टी नेता आजम खान मानहानि मामले में पेशी के लिए आज बुधवार (11 जनवरी) को बांद्रा कोर्ट पहुंचे। आजम खान (Azam Khan Defamation case) के खिलाफ मुंबई के वकील डॉक्टर एजाज अब्बास नकवी ने मानहानि का केस दर्ज कराया। यहां आजम खान का दर्द झलक उठा, उनका कहना है कि, सब परेशान करने के लिए किया जा रहा है, मैंने कोई गुनाह नहीं किया। अब तक पूंजीपतियों ने विश्वविद्यालय बनाए। मैं गरीब आदमी हूं, मैंने एक विश्वविद्यालय बनाया जिसमें अनाथ बच्चों की फीस नहीं लगती। खैर आजम खान (Azam Khan Defamation case) जो भी कहें लेकिन, भड़काऊ भाषण देने से लेकर विश्वविद्यालय में चोरी की किताबें और बेटे के फर्जी प्रमाण पत्र तक सामने आ चुके हैं।
भड़काऊ भाषण देने पर फंसे आजम खान
दरअसल, डॉ एजाज अब्बास नकवी ने साल 2016 में रामपुर में वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जे के मामले में सर्वे किया था। उस समय इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आजम खान ने एजाज अब्बास नकवी को ‘आरएसएस के आतंकवादियों का वकील’, ‘कौम के मीरजाफर’ और ‘आरएसएस का एजेंट’ बताया था। इसके बाद डॉ एजाज ने मुंबई की बांद्रा कोर्ट में आजम खान के खिलाफ मानहानि का केस दायर करते हुए मानहानि का नोटिस भेजा था। जिस समय डॉ एजाज सर्वे करने आए थे उस समय वह सेंट्रल वक्फ बोर्ड के मेंबर और यूपी के प्रभारी थे।
सुप्रीम कोर्ट से भी मिल चुका है झटका
इसके साथ ही हाल में आजम खान को सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी बड़ा झटका मिला है। सर्वोच्च न्यायालय ने आजम खान के खिलाफ यूपी में चल रहे मामलों को राज्य के बाहर ट्रांस्फर करने से इनकार कर दिया। साथ ही कोर्ट ने आजम खान की याचिका पर भी सुनवाई से इनकार कर दिया था। इस दौरान सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि, ऐसा नहीं है कि राज्य में आपको न्याय नहीं मिलेगा। आप हाईकोर्ट जाएं।
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