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Super Star Rajinikant: सस्पेंस खत्म, राजनीति के अखाड़े में सुपर स्टार रजनीकांत

Super Star Rajinikant: सस्पेंस खत्म, राजनीति के अखाड़े में सुपर स्टार रजनीकांत

<a href="https://hindi.indianarrative.com/lifestyle/amitabh-bachhan-important-tips-to-remain-physically-fit-16831.html"><strong><span style="color: #000080;">अमिताभ बच्चन</span></strong></a> के साथ 1983 में अंधा कानून फिल्म से धमाल मचाने और देश भर में छा जाने वाले साउथ के सुपर स्टार रजनीकांत (Super Star Rajinikant) अब सियासी पारी से भी हिंदुस्तान पर छाने की तैयारी कर रहे हैं। रजनीकांत (Super Star Rajinikant) ने ऐलान कर दिया है कि 31 दिसंबर को राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे और फिर अगले साल जनवरी में इसे लॉन्च करेंगे। ये जानकारी <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Rajinikanth"><strong><span style="color: #000080;">रजनीकांत</span></strong></a> (Super Star Rajinikant) ने खुद ट्वीट करके दी है।

सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा, "हम निश्चित रूप से विधानसभा चुनाव जीतेंगे। हम एक ईमानदार, पारदर्शी, भ्रष्टाचार मुक्त और आध्यात्मिक राजनीति करेंगे। एक आश्चर्य और चमत्कार निश्चित रूप से होगा।साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत ने आखिरकार अपनी राजनीति पार्टी के सस्पेंस से पर्दा उठा ही दिया है। इस साल 31 दिसंबर को रजनीकांत अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे और फिर अगले साल जनवरी में इसे लॉन्च करेंगे। ये जानकारी रजनीकांत ने खुद ट्वीट करके दी है।

सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा, "हम निश्चित रूप से विधानसभा चुनाव जीतेंगे। एक आश्चर्य और चमत्कार निश्चित रूप से होगा। रजनीकांत के राजनीति में आने की चर्चा काफी दिनों से है। दरअसल, तमिलनाडु में अप्रैल-मई 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। पिछले महीने रजनीकांत ने कहा था कि 2016 में अमेरिका में उनका गुर्दा प्रतिरोपण हो चुका है और कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर चिकित्सक राजनीति में उनके प्रवेश के खिलाफ हैं।

रजनीकांत ने 31 दिसंबर, 2017 को 'आध्यात्मिक राजनीति' करने और 2021 में तमिलनाडु की सभी 234 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए एक राजनीतिक पार्टी का गठन करने की अपने फैसले की घोषणा की थी। अभिनेता ने उस समय कहा कि राजनीति में उनका प्रवेश समय की मांग है, क्योंकि देश की राजनीति गलत दिशा में जा रही है।

रजनीकांत ने टिप्पणी की थी कि पहले के राजा अन्य देशों पर आक्रमण करते थे और उन्हें लूटते थे, आजकल राजनीतिक दल लोकतंत्र की आड़ में अपने ही लोगों को लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिस्टम में बदलाव की जरूरत है।

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