अंग्रेजी में एक कहावत है “Excess of everything is bad” जिसका मलतब है किसी भी चीज़ का ज़्यादा होना बुरा है ,चाहे वह कुछ भी हो। आजकल नौजवान बहुत ज़्यादा हेल्थ कॉन्शियस हो गए हैं। हेल्थ कॉन्शियस होना बिलकुल बुरा नहीं है लेकिन इसके कुछ नकारात्मक परिणाम भी हैं। जिनको हम में से ज़्यादा लोग नज़र अंदाज़ कर देते हैं। लोग शरीर को फिट रखने के लिए रोज़ जिम जाते हैं ,एक्सरसाइज(Exercise) करते हैं। लेकिन क्या हमें यह मालूम है की ज़्यादा एक्सरसाइज करना हमारा लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है ?
मुंबई के कार्डियोलॉजिस्ट राजीव भागवत ने एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में बताया कि फिटनेस फ्रीक होने और फिजिकली एक्टिव रहने के चलते सुष्मिता सेन की जान बच गई थी। वे हमेशा ही सही तरीके से एक्सरसाइज करती रही हैं, जिसकी वजह से हार्ट अटैक के दौरान उन्हें कम नुकसान हुआ। राजीव भागवत ने बताया कि ऐसे लोग जो एक्टिव फिजिकल लाइफ जीते हैं, उनका हेल्थ बाकी लोगों के मुकाबले ज्यादा फायदे में रहता है।उनका हार्ट मजबूत होता है और उसकी सेहत भी बेहतर रहती है। राजीव बताते हैं कि अगर आप सही तरीके से एक्सरसाइज(Exercise) करते हैं तो काफी हद तक कई तरह की बीमारियों से शरीर को बचा सकते हैं। जिम में जाकर जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज भी नुकसानदायक ही हो सकता है। इसलिए जब भी वर्कआउट करें प्रिकॉशंस के साथ करें।
रोज़-रोज़ एक्सरसाइज ना करें।
कार्डियोलॉजिस्ट के मुताबिक, रोज़ -रोज़ एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए है। अगर आप फिटनेस फ्रीक हैं तो हफ्ते में सिर्फ 3 से 4 दिन ही एक्सरसाइज करें। जब भी वर्कआउट करें, उसके बाद शरीर को एक्सरसाइज की स्ट्रेन से रिकवर होने का समय भी दें। क्योंकि अगर शरीर को रिकवर होने का पर्याप्त टाइम नहीं मिलता है तो एक्सरसाइज करने का कोई फायदा नहीं होगा। अगर आपकी नींद पूरी नहीं हो रही है और आप आराम नहीं कर रहे हैं तो लगातार एक्सरसाइज करने से हॉर्मोन लेवल बिगड़ सकता है। इससे फिजिकल और मेंटली दोनों तरह की हेल्थ को खतरा हो सकता है।
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