Snake wine: देशभर में हजारों लोग शराब के शौकीन हैं। लोग लोग वीकेंड पर या फिर किसी मौके पर बड़े मजे से शराब का सेवन करते हैं। शराब कई तरह की होती है और ये कई तरीके से बनाया जाता है। ये आलू, अंगूर, गन्ने या कई तरह से फलों के रस से बनाया जाता है। मगर लोग टेस्ट और नशे के लिए कुछ न कुछ नया ट्राई करते रहते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि विश्व में एक ऐसी जगह है जहां सांपों से शराब बनाई जाती है। ये कोई आम सांप नहीं होते हैं। ये दुनिया के खतरनाक और जहरीलों में से एक है। ये अगर किसी व्यक्ति को काट ले तो उसकी मौत कुछ ही मिनटों में हो जाएगी। मगर लोग इन्हीं सांपों को शराब में मिलाकर पीते हैं। सबसे हैरान करने वाली बात है कि लोगों का कहना है कि इस शराब को पीने से लाभ होता है।
इस तरह के शराब की शुरुआत भारत के पड़ोसी देश चीन के पश्चिमी भाग में हुई थी लेकिन वर्तमान समय में भारत के पूर्व दिशा में बसा वियतनाम दश है। वहां के स्थानीय लोग बहुत ही मजे लेकर आराम से इस पीते हैं। यहां तक की यहां आने वाले पर्यटक भी इस शराब को जरूर टेस्ट करते हैं। लोगों का कहना है कि अल्कोहल में लंबे समय तक रहने की वजह से सांप के जहर खत्म हो जाता है और पीने के बाद इंसान के शरीर पर असर कम होता है।
मिलाई जाती मेडिकल जड़ी बूटियां में
इस सांप वाले शराब को बनाने के लिए आमतौर पर चावल से बनने वाले शराब का इस्तेमाल किया जाता है। इसके बाद इसमें बहुत तरह के मेडिकल जड़ी बूटियां मिलाई जाती है। इसके बाद इसमें जहरीले सांप को डाला जाता है और फिर इसकों लंबे समय के लिए छोड़ दिया जाता है। फिर जब कुछ महीनों के बाद जब ये पूरी तरह से फर्मेंट हो जाता है तो फिर लोगों को पीने के लिए दिया जाता है।
ये भी पढ़े: चेहरे की झुर्रियों को छूमंतर कर देगी शराब? बस करना होगा ये छोटा सा काम
शराब की शुरुआत
इतिहास विशेषज्ञों का कहना है कि इस सांप वाले शराब की शुरुआत पश्चिमी चीन में हुई थी। ये करीब 771 बीसी में हुई होगी। शुरुआती दिनों में इसका इस्तेमाल दवा के रूप में मरीजों को ठीक करने के लिए किया जाता था, उस वक्त इसमें जिंदा सांप के खुन को मिलाया जाता था। लेकिन समय के हिसाब से बदलाव हो गया और लोग शौक के रूप में इसे चाव से पीने लगे।