जापान के पूर्वोत्तर इलाके में शनिवार शाम को आए तेज भूकंप (Earthquake in Japan) के झटकों से अफरा तफरी मच गई है। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई है। इस भूकंप का सबसे अधिक प्रभाव फुकुशिमा (Fukushima) और मियागी के इलाकों में देखने को मिला है। इस क्षेत्र में साल 2011में भी भूकंप आने के बाद सुनामी आई थी। जिसके बाद से आपातकालीन एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है लेकिन स्थानीय निवासियों और सरकारी एजेंसियों को अत्यधिक सतर्क रहने को कहा गया है। दरअसल, जब भी समुद्र में 7 से ज्यादा तीव्रता का भूकंप आता है तो सुनामी की आशंका बनी रहती है।
फुकुशिमा परमाणु संयंत्र की जांच की जा रही
शनिवार को आए भूकंप के बाद जापान की परमाणु एजेंसिया फुकुशिमा दाई-इचि परमाणु संयंत्र (Fukushima Nuclear Power Reactor) की जांच में जुटे हुई हैं। 2011 में आए भूकंप और सुनामी से इस परमाणु प्लांट ने रेडियोएक्टिव पदार्थों का रिसाव हुआ था, जिससे समुद्र में भी प्रदूषण फैल गया था। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटकों से परमाणु संयंत्र को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
मिली जानकारी के अनुसार, भूकंप के कारण सुनामी का कोई खतरा नहीं है। बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र समुद्र तल से लगभग 60 किलोमीटर नीचे था। इस झटके को राजधानी टोकियो के दक्षिण पश्चिम इलाके में महसूस किया गया है।