उत्तराखंड के चमोली में बीते रविवार(सात फरवरी) को आई आपदा के बाद से अब तक 164 लोग लापता हैं। वहीं, रैणी और तपोवन क्षेत्र से 38 और सुरंग से पांच शव मिल चुके हैं। आपदा के बाद अब तक कुल 43 शव बरामद हुए हैं। सुरंग में फंसे 33 लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरफ की टीमें लगातार मलबा निकलाने में लगी हुई हैं।
इससे पहले शनिवार को चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया था कि एनटीपीसी टनल में खुदाई का काम 136 मीटर तक हो गया है। शुक्रवार को एक शव बरामद किया गया था। लापता 204 लोगों में से 38 लोगों के शव बरामद किए थे जबकि 2 लोगों को जिंदा बचाया गया है। राहत कार्य अब भी जारी है।
तपोवन टनल में राहत का कार्य जारी है। फिलहाल 164 लोग लापता हैं। यह बात राज्य की उत्तराखंड सरकार ने बताई। अशोक कुमार, उत्तराखंड के डीजीपी बोले कि आज सुबह क़रीब 5 बजे पहला शव और 6 बजे दूसरा शव मिला, संभावना है कि ये शव हादसे वाले दिन के हैं। उम्मीद कम है, आगे तक मलबा है। हम टनल को खोलना जारी रखेंगे।
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के बाद जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई गांवों से संपर्क टूटने के बाद आईटीबीपी ने वहां राहत कैंप लगाए हैं। लोगों के घर समान सभी इस सैलाब में बह गए हैं।