भारत की वैक्सीन डिप्लोमैसी (Vaccine Diplomacy) का दुनियाभर में स्वागत हो रहा है। भारत कैरिबियन और लेटिन अमेरिकी देशों को वैक्सीन मैत्री (Vaccine Maitri) नीति के तहत फ्री वैक्सीन देने जा रहा है। भारत की इस नीति की तारीफ हो रही है। यूनाईटेड नेशन और डब्लूएचओ ने भी भारत के असाधारण कदमों की सराहना की है। इससे पहले यूनाइटेड नेशन के प्रमुख ने सभी देशों को समान रूप से वैक्सीन उपलब्ध कराने पर जोर दिया था और सिर्फ 15 देशों में 70 फीसदी वैक्सीन के इस्तेमाल पर चिंता जताई थी। भारत की जहां दुनिया भर में प्रशंसा (Global Praise) हो रही है वहीं पश्चिमी अखबार लिख रहे हैं भारत ने वैक्सीन डिप्लोमैसी में चीन को पछाड़ (India Defeated China) दिया है।
भारत पड़ोसी देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराने के बाद अब उन कैरेबियाई देशों को भी टीके उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है, जो कोरोना से जंग में पीछे छूट गए थे। भारत के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, लैटिन अमेरिका, कैरैबियाई देशों और अफ्रीका महाद्वीप के कुल 49 देशों में वैक्सीन की सप्लाई की योजना भारत ने बनाई है। ये वैक्सीन गरीब देशों को मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी। वैक्सीन फ्रेंडशिप के तहत भारत ने दुनिया में 22.9 मिलियन टीके बांटे हैं, जिसमें 64 लाख से ज्यादा वैक्सीन गरीब देशों को अनुदान के रूप में दिया है।
डोमिनियन रिपब्लिक को कोरोना के 30 हजार टीके गिफ्ट के तौर पर दिए गए हैं। इसके अलावा डोमिनिका को भी 70 हजार वैक्सीन दी गई है। फरवरी की शुरुआत में भारत ने बारबाडोस को 10 हजार टीके उपलब्ध कराए थे। इन सबके अलावा संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए भी भारत ने दो लाख से ज्यादा टीके सौगात के तौर पर देने का वादा किया है। यही कारण है कि भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी की दुनिया भर में तारीफ की जा रही है।
विदेशी पत्रकारों और नेताओं ने भारत की जमकर तारीफ की है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के एक पत्रकार ने कहा कि वैक्सीन डिप्लोमेसी की रेस में भारत ने सबको चौंका दिया है और वैश्विक लीडर बनकर उभरा है। उसने अपने नागरिकों के लिए तय किए गए वैक्सीन की संख्या के मुकाबले तीन गुना ज्यादा टीका दुनिया भर के देशों को निर्यात किया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत अभी और टीके निर्यात कर सकता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत के वैक्सीन डिप्लोमेसी को चीन को काउंटर करने की कोशिश बताया है। अपनी एक रिपोर्ट में न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि भारत बेमिसाल वैक्सीन निर्माता देश है, जो अपने पड़ोसियों और गरीब देशों को करोड़ों वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने कोरोना वैक्सीन की शिपमेंट पहुंचने के बाद कहा कि भारत 1971 के लिबरेशन वॉर के दौरान भी बांग्लादेश के साथ खड़ा रहा और आज जब महामारी ने दुनिया को तबाह कर दिया है, तब भारत कोरोना वैक्सीन के उपहारों के साथ एक बार फिर आगे आया है। नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री हृदयेश त्रिपाठी ने भी भारत की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। मालदीव के नेता मोहम्मद नशीद ने भारत के 'गिफ्ट' के लिए धन्यवाद कहा और भारत को अच्छा दोस्त बताया।