पाकिस्तानके प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी पर तलवार लटक गई है। ऐसी भी खबरें हैं कि इमरान खान अब चंद दिनों के मेहमान हैं। उसके बाद अपने बनिगला में बने बंगले में ठण्डी हवा खाएंगे। इस बात की पुष्टि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की है। शाह महमूद कुरैशी ने मीडिया से कहा कि सीनेट इलेक्शन में इस्लामाबाद सीट हार जाने के बाद इमरान खान सीनेट बहुमत साबित करने के लिए वोट ऑफ कॉन्फीडेंस पेश करना होगा। कुरैशी ने कहा कि इस्लामाबाद सीट हार जाने के बाद यह तय हो जाना चाहिए कि कौन किसके साथ है।
ध्यान रहे कि सीनेट की इस्लामाबाद सीट से पीपीपी के उम्मीदवार और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने पीटीआई के हफीज शेख को हरा दिया है। पीटीआईके नेताओं ने भी पीपीपीके पक्ष में वोट दिया जिससे राजनीतिक उथल-पुथल आने के आसार पैदा हो गए।
इससे पहले बलूचिस्तान में निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल कादिर ने जीत हासिल की। इन चुनावों में सिंध, खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान और इस्लामाबाद से 78उम्मीदवार मैदान में थे। सरकार को लगे झटके में गिलानी ने 5वोटों से शेख को हरा दिया। गिलानी को 169वोट मिले थे जबकि शेख को 164। पाकिस्तान के उच्च सदन में 96सीटें हैं।
प्रोविंशियल असेंबली में वोटिंग जारी रही जहां पहले से अंदर मौजूद विधायकों को वोट डालने की इजाजत चुनाव आयोग ने दी थी। पंजाब में वोट नहीं पड़े हैं जहां PTI निर्विरोध जीत दर्ज कर चुकी है।
एक दिन पहले ही पाकिस्तान की सिंध विधानसभा का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दिख रहा था कि इमरान की पार्टी के नेता आपस में मारपीट कर रहे थे। पार्टी के तीन नेताओं ने ऐलान किया था कि वे सीनेट चुनाव में पार्टी लाइन के मुताबिक नहीं बल्कि अपनी इच्छा और विवेक से वोट डालेंगे। उन्होंने चुनाव के टिकट बंटवारे में पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगाया था। इससे नाराज PTI के दूसरे नेताओं ने सदन के अंदर ही 'बागी' नेताओं की पिटाई कर डाली।