नंदीग्राम में हुए कथित हमले के मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बड़ा झटका दिया है। पश्चिम बंगाल की ओर से निर्वाचन आयोग को सौंपी रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पैर में चोट से उनकी अपनी कार से ही लगी है। पुलिस ने लोहे के उस पिलर का जिक्र किया है जिससे उनकी कार का दरवाजा टकराया था। पुलिस की रिपोर्ट के बाद ममता बनर्जी और टीएमसी का दावा झूठा साबित हो गया है कि उन पर हमला करवाया गया और इस हमले में बीजेपी का हाथ है।
पुलिस की रिपोर्ट के बाद कथित हमले का बयान अब ममता बनर्जी और टीएमसी के लिए भारी पड़ सकता है। अभी तक जहां यह समझा जा रहा था इस घटना के बाद बीजेपी ‘डिफेंसिव’ मोड में चली जाएगी, लेकिन निर्वाचन आयोग को राज्य के मुख्य सचिव की ओर से भेजी गई रिपोर्ट से बीजेपी टीएमसी और ममता बनर्जी पर हमले और तेज कर देगी। क्यों कि ममता बनर्जी मुख्यमंत्री हैं और उन्हीं के मुख्य सचिव ने किसी तरह के हमले से इंकार किया है। मुख्य सचिव के बंगाल से ममता बनर्जी झूठी साबित हो गई हैं। इससे इन बातों को भी बल मिला है कि ममता बनर्जी ने वोटर्स की सहानुभूति हासिल करने के लिए खुद पर हमले की झूठी खबर फैलाई।
ध्यान रहे, ममता बनर्जी पर कथित हमले के आरोप में पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है। ऐसा बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद पुलिस उस मुकदमे को भी एक्सपंज करने जा रही है।