होली का त्यौहार आने वाला है। ऐसे में ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ने वाली है। इधर कोरोना केस भी हर दिन बढ़ता जा रहा है। संक्रमण को बढ़ता देख इंडियन रेलवे ने फिर कोविड प्रोटोकॉल जारी किया है। जिसे सफर के दौरान फॉलो करना होगा। पिछले साल भारतीय रेलवे ने संक्रमण बढ़ने के साथ देशभर में यात्री ट्रेन सेवाएं बिल्कुल बंद कर दी थी। बाद में धीरे-धीरे सेवाएं शुरू की गईं और अब लगभग 65 फीसदी से ज्यादा ट्रेनें पटरी पर आ चुकी हैं।
फिर से बढ़ते कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है। ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने फिर से लोगों को तमाम जरूरी गाइडलाइंस का ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है। महाराष्ट्र, केरल समेत कुछ राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रेल मंत्रालय की ओर से एक बार फिर यात्रियों से कोविड गाइडलाइंस फॉलो करने को कहा गया है। खासकर राज्यों की ओर से जारी कोविड गाइडलाइंस का भी ध्यान रखना जरूरी है। मंत्रालय ने इस बारे में ट्वीट किया है।
रेल मंत्रालय (Ministry Of Railway) ने ट्वीट कर कहा है कि COVID-19 के मद्देनजर, यात्रियों से अपील है कि वे यात्रा करने से पहले विभिन्न राज्यों द्वारा जारी स्वास्थ्य सलाह संबंधित दिशानिर्देशों को पढ़ लें। ट्वीट में स्पष्ट कहा गया है कि यात्री ट्रेन में सफर करने से पहले राज्यों के दिशानिर्देश पढ़ लें। खासकर वे जिस राज्य में जा रहे हैं, उस राज्य के दिशानिर्देश जरूर पढ़ लें।
बिहार जाने से पहले रखें इस बात का ध्यान
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कई राज्य में सरकारों ने अलग-अलग गाइडलाइन जारी की गई है। जैसे कुछ राज्यों में एंट्री के लिए वैक्सीन सर्टिफिकेट या RT-PCR निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसा यात्रियों की सुरक्षा और कोरोना से मिलकर लड़ने के लिए किया गया है। महाराष्ट्र, पंजाब और केरल से बिहार आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट जरूरी होगा। 17 मार्च से यह व्यवस्था लागू होगी। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा है कि जिनके पास रिपोर्ट नहीं होगी, उनका एंटीजन टेस्ट किया जाएगा और पॉजिटिव पाए जाने पर क्वारंटीन सेंटर भेज दिया जाएगा।