देश भर में बढ़ते कोरोना के मामले चिंता बढ़ा रही है। कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। बिहार में भी कोरोना केस बढ़ रहे हैं। बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं इसके निरोधात्मक उपाय को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां 5 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव अनिल कुमार ने इस संबंध में निर्देश जारी किया।
डॉक्टरों की छुट्टियां कैंसिल करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस के सेकेंड वेव की रोकथाम एवं इससे बचाव के उपाय और विशेष चौकसी, मॉनिटरिंग की आवश्यकता को देखते हुए राज्य के सभी डॉक्टर, संविदा डॉक्टर सहित, मेडिकल अफसर, निदेशक प्रमुख, अधीक्षक, जूनियर रेजिडेंट, सभी स्वास्थ्य कर्मियों, जीएनएम, एएनएम के साथ ही पारा मेडिकल कर्मियों के सभी प्रकार के अवकाश पांच अप्रैल तक रद रहेंगे। जो डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी अवकाश पर हैं उन्हें तत्काल काम पर लौटने के निर्देश दिए गए हैं।
बिहार में कोरोना जांच के दौरान गुरुवार को एक दिन में 107 नये कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गयी। राज्य में 44 दिनों के बाद कोरोना के नये संक्रमितों की संख्या ने पुन: 100 की संख्या को पार कर लिया है। इससे पहले 02 फरवरी को राज्य में 118 नये कोरोना संक्रमितों की पहचान की गयी थी। इसके बाद संक्रमितों की संख्या कमी आती गयी। पिछले सात दिनों से राज्य में 20 से 49 नये कोरोना संक्रमित औसतन मिल रहे थे। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के 38 में 26 जिलों में नये कोरोना संक्रमितों की पहचान की गयी। इनमें पटना में सर्वाधिक 27 नये संक्रमितों की पहचान की गयी जबकि भागलपुर में 11 नये संक्रमित मिले। शेष अन्य जिलों में दस से कम नये संक्रमितों की पहचान की गयी।