पंजाब की रोपड़ जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बुधवार को मोहाली कोर्ट में पेशी के दौरान यूपी नंबर की एम्बुलेंस से आया था जो पूरी तरह से बुलेट प्रूफ है। इस ऐम्बुलेंस पर राज्यसभा सांसद और प्रदेश के पूर्व डीजीपी बृजलाल ने कहा है कि माफिया डॉन मुख्यात अंसारी जो एम्बुलेंस लेकर कोर्ट पहुंचा था वो एक चलता फिरता किला है, ये पूरी तरह से बुलेट प्रूफ है। बृजलाल ने यह बात आर भारत चैनल के लाइव बुलैटिन में कहीं हैं।
मुलायम सरकार में मुख्तार को सत्ता का मिला था खुला संरक्षण- पूर्व डीजीपी बृजलाल<
पूर्व डीजीपी बृजलाल ने कहा कि एक समय मुख्तार के गुर्गे हथियारों के साथ हर समय इसमें मौजूद रहते थे। उन्होंने कहा कि जेल में निरुद्ध किसी अभियुक्त को निजी एंबुलेंस का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होती है। उसके बीमार होने की दशा में जेल की तरफ से मांग किए जाने पर सीएमओ द्वारा एंबुलेंस मुहैया कराए जाने की व्यवस्था है। पूर्व डीजीपी ने यह भी कहा कि मुलायम सिंह यादव के शासनकाल में मुख्तार को सत्ता का खुला संरक्षण मिला हुआ था। वह अपनी बुलेटप्रूफ एंबुलेंस के आगे-पीछे वाहनों का लंबा काफिला लेकर चलता था।
फर्जी नाम पर रजिस्टर्ड है एम्बुलेंस
एंबुलेंस को फाइनेंस करवाया गया था।
फाइनेंस में ओनर श्याम संजीवनी हॉस्पिटल को बताकर दो मोबाइल नंबर दर्ज करवाए गए थे जो एआरटीओ में पंजीकरण में दर्ज नंबर से अलग हैं।
36 माह के बदले 33 महीने में लोन अदा कर दी गई।
इसमें गारंटर के रूप में शेषनाथ राय नाम दर्ज है।
तीन कागजात में अलका राय का नाम तीन तरह से दर्ज है।
ऐम्बुलेंस के पंजीकरण में डॉ. अलका राय, वोटर आईडी में अलका राय जबकि फाइनैंस के कागजात में नाम श्रीमती अलका राय लिखा है।
भारत में कहां बनती है बुलेटप्रूफ कार
किसी भी कार को बुलेटप्रूफ बनाने में तकरीबन 20-40 लाख रुपये तक खर्च आता है।
भारत में पंजाब के जालंधर शहर में Sobti Workshop नाम की एक फर्म है जो गाड़ियों को मॉडिफाई कर उन्हें बुलेटप्रूफ बनाती है।
पंजाब के अलावा हरियाणा और महाराष्ट्र में भी ऐसी ही फर्म हैं जो कि बुलेटप्रूफ गाड़ियों का निर्माण करती हैं।
देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियां टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा भी सामान्य नागरिकों के लिए बुलेटप्रूफ वाहनों का निर्माण कर रही हैं।