देश में हाल ही में आई कोरोना वायरस की नई लहर बेहद तेज गति से चल रही है। आज कोरोना वायरस के 1 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं, और ऐसा पहली बार हुआ है। इससे पहले पिछले साल सितंबर के महीने में 97 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए थे। बढ़ते मामले को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल को सभी मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोरोना के बढ़ते मामले पर चर्चा होगी।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा स्थिति खराब है, वहां एक दिन में 57 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जो कि एक रिकॉर्ड है। इसी के चलते वहां कई प्रकार की रोक लगा दी गई हैं। अन्य राज्यों में भी तेजी से मामले बढ़ रहे हैं। दिल्ली और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों ने टीकाकरण की उम्र सीमा बढ़ाने की मांग है।
वहीं उत्तर प्रदेश में सक्रिय मामले 20 हजार के पार हो चुके हैं। लोग कोविड प्रोटोकॉल को सार्वजनिक रूप से अनदेखा कर रहे हैं और स्टेशन, मार्केट, अस्पतालों में भीड़ लगी रही है। मानदंडों की अनदेखी करने वाले लोगों के साथ हर दिन मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। इसके साथ अब योगी सरकार द्वारा कड़े फैसले लिए जा रहे हैं। यूपी सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। 20 मार्च 2021 में जहां यूपी में कोरोना वायरस के 442 मामले सामने आए थे वहीं 4 अप्रैल को केवल 15-16 दिनों में मामलों की संख्या बढ़कर 4,164 हो गई है। सक्रिय मामलों की कुल संख्या 20 हजार तक पहुंच गई है। यूपी के 75 जिलों में से कोरोना वायरस के मामलों से राजधानी लखनऊ काफी प्रभावित हैउत्तर प्रदेश में सक्रिय मामले 20 हजार के पार हो चुके हैं। लोग कोविड प्रोटोकॉल को सार्वजनिक रूप से अनदेखा कर रहे हैं और स्टेशन, मार्केट, अस्पतालों में भीड़ लगी रही है। मानदंडों की अनदेखी करने वाले लोगों के साथ हर दिन मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। इसके साथ अब योगी सरकार द्वारा कड़े फैसले लिए जा रहे हैं। यूपी सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। 20 मार्च 2021 में जहां यूपी में कोरोना वायरस के 442 मामले सामने आए थे वहीं 4 अप्रैल को केवल 15-16 दिनों में मामलों की संख्या बढ़कर 4,164 हो गई है। सक्रिय मामलों की कुल संख्या 20 हजार तक पहुंच गई है। यूपी के 75 जिलों में से कोरोना वायरस के मामलों से राजधानी लखनऊ काफी प्रभावित है।