सितंबर से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को 28 परसेंट महंगाई भत्ता बढ़कर मिलने लगेगा। इस बीच खबर सामने आ रही है कि सरकार जल्द ही जून का महंगाई भत्ता भी इसमें जोड़कर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो कुल महंगाई भत्ता 28 परसेंट की जगह 31 परसेंट हो जाएगा। हालांकि अभी तक इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। आपको बता दें कि जनवरी 2020 में महंगाई भत्ता 4 परसेंट बढ़ा था। फिर जून 2020 में 3 परसेंट की बढ़ोतरी हुई और अब ये 28% पर पहुंचा है।
अब जून में 3 परसेंट की बढ़ोतरी के बाद महंगाई भत्ता 31 फीसदी पर पहुंच जाएगा। सातवें वेतन आयोग मैट्रिक्स के मुताबिक, केंद्रीय कर्मचारियों के लेवल-1 की सैलरी रेंज 18,000 रुपये से लेकर 56900 रुपये तक है। अधिकतम बेसिक सैलरी 56900 रुपये के मुताबिक कैलकुलेशन,
कर्मचारी की बेसिक सैलरी- 56900 रुपए
नया महंगाई भत्ता 31%- 17639 रुपए/माह
अबतक महंगाई भत्ता 17%- 9673 रुपए/माह
कितना महंगाई भत्ता बढ़ा- 17639-9673= 7966 रुपये/माह
सालाना सैलरी में इजाफा- 7966 गुणा 12= 95592 रुपये
31 परसेंट महंगाई भत्ते के हिसाब से 56900 रुपये की बेसिक सैलरी पर कुल सालाना महंगाई भत्ता 211,668 रुपये होगा। लेकिन अंतर की बात करें तो सैलरी में सालाना इजाफा 95,592 रुपये होगा। हालांकि फाइनल सैलरी कितनी होगी इसका कैलकुलेशन एचआरए समेत दूसरे और कई भत्ते जोड़ने के बाद ही आएगा। ये आसान कैलकुलेशन सिर्फ अनुमान के लिए है कि महंगाई भत्ता बढ़ने के बाद आपकी सैलरी में कितना इजाफा होगा। इसके बाद जब जून 2021 के लिए महंगाई भत्ता 3 परसेंट और बढ़ेगा तो सैलरी उसी हिसाब से और इजाफा देखने को मिलेग। तब ये पूरी कैलकुलेशन 31 परसेंट पर होगी।