Bank Charges: देश में करीब-करीब सभी के पास बैंक अकाउंट हैं। बैंक से पैसों का आदान-प्रदान सही माना जाता है ,लेकिन कई बार बैंक हमारे अकाउंट से पैसे काट लेते हैं। पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री जन-धर योजना के बाद बैंक खातों के आंकड़ों में जबरदस्त बढोतरी भी हुई। लेकि क्या आपको पता है कि बैंक अपने ग्राहकों यानी खाताधारकों से इसके लिए चार्ज करता है। कई बार तो ऐसा भी देखा गया है जब गलती से कोई चार्ज ज्यादा कट जाता है,ऐसे में आपको चेक करने की जरूरत है कि आख़िर बैंक की ओर से किस लिए चार्ज काटा गया है।
हम सभी ने कई बार देखा होगा कि बैंक हमारे अकाउंट से पैसे काट लेते हैं। ऐसे में हमें जरूर जान लेना चाहिए कि बैंक हमारे अकाउंट से कब-कब पैसे काटते हैं। आइए, जानते हैं कि बैंक ग्राहक से कौन-से Bank Charges लेता है
सबसे पहले बैंक मेंटेनेंस चार्ज लेता है
सभी बैंक अकाउंट को सुचारु रूप से चलाने के लिए बैंक ग्राहक से मेंटेनेंस चार्ज लेता है। सभी बैंक अकाउंट में ये दरें अलग होती है। इसके अलावा कई बैंकों में भी ये दरें अलग होती है। आप इस चार्ज के बारे में बैंक के नियम व शर्तों के माध्यम से जान सकते हैं।
डेबिट कार्ड चार्ज लेता है
बैंक ग्राहक को अकाउंट ओपन करवाते समय डेबिट कार्ड देती है। इस कार्ड के लिए ग्राहक से Bank Charges लेती है। यह चार्ज सालाना आधार पर लिया जाता है। अगर किसी ग्राहक को डेबिट कार्ड नहीं चाहिए होता है तो वह बैंक से डेबिट कार्ड नहीं लें। इसके अलावा अगर आपके पास एक से ज्यादा बैंक अकाउंट है तो आप केवल एक ही डेविट कार्ड लें।
ATM चार्ज भी लेता है
हम जब भी दूसरे बैंक का एटीएम इस्तेमाल करते हैं तो हमें उसके लिए एटीएम चार्ज देना होता है। आप जिस बैंक के ग्राहक हैं उस बैंक से आप एक महीने में 4 बार पैसे निकाल सकते हैं। इसके लिए आपको कोई चार्ज नहीं देना होगा।
अकाउंट में बैलेंस कम हो तो चार्ज
अगर आपके अकाउंट में न्यूनतम डिपॉजिट से कम राशि होती है तो बैंक आपसे चार्ज लेता है। अगर अकाउंट में न्यूनतम राशि होती है तो आपको कोई चार्ज नहीं देना होगा।
ओवरड्राफ्ट चार्ज
बैंक सभी ग्राहक से ये चार्ज नहीं लेता है। सेविंग अकाउंट के ग्राहक को यह सुविधा नहीं मिलती है। आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप इस तरह के चार्ज से बचे रहें।
ट्रांसफर चार्ज
आप जब भी यूपीआई, आईएमपीएस, आरटीजीएस, एनईएफटी जैसे डिजिटल माध्यम से पेमेंट करते हैं तो आपको इसके लिए चार्ज देना होता है।
अकाउंट बंद करने पर चार्ज
जब भी कोई ग्राहक अपना अकाउंट बंद करता है तो बैंक उनसे चार्ज लेता है। ऐसे में आपको अकाउंट बंद करने से पहले सोच-विचार जरूर कर लेना चाहिए।
दो तरह के होते हैं बैंक अकाउंट
दरअसल बैंकों में ज्यादातर दो तरह के अकाउंट ओपन किए जाते हैं। पहला आम लोग ज्यादातर सेविंग अकाउंट खुलवाते हैं। इस खाता को बचत खाता भी कहते हैं। लेकिन ऐसे लोग जिन्हें ज्यादा ट्रांजेक्शन करना होता है वो करेंट अकाउंट खुलवाते हैं। बिजनेशमेन ज्यादातर करेंट अकाउंट ही खुलवाते हैं। कई ऐसे भी सेविंग अकाउंट होते हैं जो जीरो बैलेंस में खुलते हैं,वो ज्यादातर सैलरी अकाउंट होता है।
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