भारत पेट्रोलियम ने सारे अनुमानों के ध्वस्त करते हुए 7 गुना अधिकस मुनाफा कमाया है। प्राइवेटाइजेशन की प्रक्रिया से गुजर रही सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने सभी अनुमानों को गलत साबित करते हुए वित्त वर्ष 2020-21 की अंतिम तिमाही में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। कंपनी सूत्रों से जानकारी मिली है कि मुनाफे की इस स्थिति के बावजूद कंपनी के प्राईवेटाइजेशन प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। चौथी तिमाहीमें BPCL का नेट प्रॉफिट 11,940 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 2958 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा (Net Loss) हुआ था।
एक सर्वे में इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स ने उम्मीद जताई थी कि BPCL के मार्च तिमाही में 1730 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हो सकता है। लेकिन कंपनी ने सभी अनुमान को गलत साबित करते हुए 11940 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है, जो एक्सपर्ट्स के अनुमानों से 7 गुना अधिक है।
BPCL के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 31 मार्च 2021 को खत्म वित्त वर्ष के लिए कंपनी के शेयरहोल्डर्स को 10 रुपये फेसवैल्यू वाले शेयर पर 58 रुपये लाभांश देने की घोषणा की है, जिसमें प्रति इक्विटी शेयर 35 रुपये का वन-टिम डिविडेंड शामिल है। निवेशकों को फाइनल डिविडेंड उसके AGM की घोषणा के 30 दिनों के अंदर दिया जाएगा। यह फाइनल डिविडेंड कंपनी द्वारा दिए गए 21 रुपये के इंटरिम डिविडेंड के अतिरिक्त है।
BPCL ने अपने चौथे तिमाही केरिजल्ट्स की घोषणा बुधवार को बाजार बंद होने के बाद की, जिससे कंपनी के स्टॉक्स पर आज मार्च तिमाही के नतीजों का कोई असर नहीं पड़ा।