भारत में कोरोना के केस कम होने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार के जानकारों की निगाह यहां जम गई है। इसके पीछे बड़ा कारण पिछले कई दिनों से शेयर बाजार में मिल रहे सकारात्मक संकेत हैं। वहीं विकास को समर्पित बजट आने के बाद तो शेयर बाजार और तेजी से उछला है। इन सभी वजहों से भारत को लेकर दुनिया में सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही है।
इक्विटी स्ट्रेटजी के लिए काम करने वाली जेफरीज रिफरन के ग्लोबल हेड क्रिस वुड का कहना है- भारत में कोरोना के केस से यहां शेयर बाजार में 88 फीसद के ग्रोथ की उम्मीद है। भारत में कोरोना की रिकवरी एशिया के देशों में सबसे अच्छी है। वुड ने यह बात अपने साप्ताहिक पत्र ग्रिड एंड फियर में में कही है।
पिछले हफ्ते वुड ने भारत के बजट पर अपना फोकस रखा था। जिसमें उसका कहना था कि बजट में इंक्रिमेंटल इंक्रिज पर खर्च करने से ढ़ाचागत विकास होगा न कि सोशल प्रोग्रम पर सरकार का खर्च बढ़ेगा। हालांकि, उन्होंने राजकोषीय घाटे पर चिंता व्यक्त की। जो वर्तमान वित्त वर्ष में 9.6 फीसद है और अगले वित्त वर्ष में 6.8 फीसद रहेगा। वुड के मुताबिक, भारत में ढाचागत विकास पर ज्यादा से ज्यादा जोर देने की जरूरत है। जो नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार कर रही है। दूसरी सरकार होती तो वह इतना ध्यान नहीं देती।