इंटरपोल द्वारा दो चीनी नागरिकों, जू जुनफू उर्फ जूली और ली तेंग ली उर्फ एलिस के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश एंटी टेरर स्क्वॉड (यूपीएटीएस) ने गौतमबुद्ध नगर से दोनों को गिरफ्तार किया है। दोनों को दोस्त की कार में यात्रा करते समय गिरफ्तार कर लिया गया।
अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, "यूपीएटीएस ने जाली दस्तावेजों को जमा करके सिम कार्ड खरीदने और फिर उन सिम के माध्यम से बैंक से धोखाधड़ी कर लेनदेन करने के आरोप में दोनों को गिरफ्तार किया। यह पहली बार है कि जब यूपीएटीएस ने चीन के नागरिकों को गिरफ्तार किया है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने इसी तरह की धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली और उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पिछले सप्ताह गिरफ्तार 14 व्यक्तियों से पूछताछ के बाद दोनों का पता लगाया। एडीजी ने कहा कि अन्य एजेंसियों को गिरफ्तारी के बारे में सूचित किया गया है और यूपीएटीएस यह पता लगाने के लिए काम कर रहा है कि धोखाधड़ी से कमाए धन का उपयोग किस उद्देश्य के लिए किया जा रहा है।
एटीएस के सूत्रों के अनुसार, दो चीनी नागरिकों द्वारा अनुचित साधनों के माध्यम से 5 करोड़ रुपये का लेन-देन किया गया था। एटीएस महानिरीक्षक (आईजी) जी.के. गोस्वामी ने कहा कि, जू जुनफू का व्यापार वीजा जुलाई 2020 में समाप्त हो गया था, जबकि ली तेंग ली का पर्यटक वीजा सितंबर 2020 में समाप्त हो गया था।