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कोरोना की एक और मार! 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद! सरकार के आदेश पर टकसालों में रोकी गई नोटों की छपाई

2000 के करैंसी नोटों की छपाई बंद!

दो हजार रुपये के नोट को लेकर एक बार फिर खबर मिली है कि सरकार ने इन नोटों की छपाई बंद कर दी है। सरकारी टकसालों को सरकार ने आदेश भेज दिया है कि अगले आदेश तक नोटों की छपाई न की जाए। जैसे ही यह खबर मार्केट में फैली है लोगों ने 2000-2000 के नोट निकालने शुरू कर दिए हैं। मार्केट में अचानक खुल्ले पैसों की कमी आ गई है। 2000 के नोट के बारे में कई बार ऐसा सुना गया है कि अब ये नोट नहीं छपेंगे। कुछ बैंकों ने तो नोटिस तक निकाल दिया कि उनके एटीएम से 2000 के नोट नहीं निकलेंगे। हालांकि बड़े नोट बंद होना और छोटे नोटों का चलन बढ़ना यह बताता है कि देश में महंगाई पर काबू है। मार्केट में निम्न आर्थिक तबका भी खरीदादारी के लिए पहुंच रहा है।

लेकिन, आज-कल में 2000 के नोट की छपाई पर पांबदी की खबर कुछ अलग हटकर है। ध्यान रहे, नासिक की सरकारी टकसाल में 2000 के नोटों की छपाई होती है। नोट छपाई पर पाबंदी का पहला आदेश यहीं आया है। इसके बाद अन्य टकसालों में भी 2000 के नोट की छपाई रोकी जा सकती है। ऐसा बताया इस बारकोरोना महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र के नासिक में करेंसी नोटों की छपाई रोक दी गई है। महाराष्ट्र में ब्रेक द चेन (Break the chain) मुहिम के तहत ये कदम उठाया गया है। यहां नोटों की छपाई 30अप्रैल तक बंद कर दी गई है।

इस दौरान नोटों की छपाई से जुड़े लोग नहीं आएंगे इसलिए नोटों की छपाई पूरी तरह बंद रहेगी। आपको बता दें कि भारत में सर्कुलेट होने वाले करीब 40 परसेंट नोट नासिक के करेंसी नोट प्रेस में ही छपते है। इन दोनों ही कंपनियों में करीब 3000 कर्मचारी काम करते हैं। इन कर्मचारियों और इनके परिजनों की सेहत की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है।

पिछले साल भी कोरोना महामारी के चलते करेंसी प्रेस नोट कुछ दिनों के लिए बंद की गई थी। पिछले साल भी नासिक की प्रेस को कुछ दिनों के लिए बंद करना पड़ा था। क्योंकि 40स्टाफ कोरोना संक्रमित पाए गए थे। करेंसी नोट प्रेस, नासिक में हाई क्वालिटी के नोट्स छपते हैं।

कैश की बजाय डिजिटल पेमेंट करें

सरकार ने पिछले साल जब नोटों की छपाई बंद की थी तब लोगों से अपील की थी कि वो कैश की बजाय डिजिटल लेन-देन पर ज्यादा फोकस करें। दरअसल, नोटों से वायरस फैलने का भी खतरा ज्यादा होता है, क्योंकि कुछ लोग नोट गिनते समय थूक का इस्तेमाल करते हैं, जो कि बेहद खतरनाक है। इसलिए बेहतर होगा आप लेन-देन में नोटों की जगह डिजिटल मोड का इस्तेमाल करें।