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जारी हुआ Petrol-Diesel का नया दाम- फटाफट देखें क्या है आपके शहर का रेट

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी होगी कटौती!

कच्चे तेल में गिरावट का सिलसिला जारी है जिसकी वजह से तेल के दाम फिलहाल स्थिर हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अब एक बार फिर से पेट्रोल-डीजल के दाम सस्ते हो सकते हैं। कच्चे तेल की कीमतें लगभग 3फीसदी गिरकर 78.89डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई हैं। यूरोप में को

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कच्चे तेल के दाम में गिरावट से देश में पेट्रोल और डीजल के भाव आने वाले दिनों और कम होने की संभावना है। सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने रविवार को लगातार 17वें दिन तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया। इससे पहले 4नवंबर को सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी ताकि दरों को रिकॉर्ड-उच्च स्तर से थोड़ा नीचे लाया जा सके।

इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड की वेबसाइट के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल का दाम 103.97रुपये लीटर जबकि डीजल का दाम 86.67रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 109.98और डीजल की कीमत 94.14रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 104.67व डीजल 89.79रुपये लीटर है। वहीं चेन्नई में भी पेट्रोल 101.40रुपये लीटर है तो डीजल 91.43रुपये लीटर है।

देखिए इन शहरों में क्या है पेट्रोल-डीज़ल भाव

देश की राजधानी नई दिल्‍ली में पेट्रोल 103.97और डीजल 86.67रुपए प्रति लीटर है।

मुंबई में पेट्रोल 109.98और डीजल 94.14रुपए प्रति लीटर है।

कोलकाता में पेट्रोल 104.67और डीजल 89.79रुपए प्रति लीटर है।

चेन्‍नई में पेट्रोल 101.40और डीजल 91.42रुपए प्रति लीटर है।

भोपाल में पेट्रोल 107.23और डीजल 90.87रुपए प्रति लीटर है।

हैदराबाद में पेट्रोल 108.20और डीजल 94.62रुपए प्रति लीटर है।

बैंगलुरू में पेट्रोल 100.58और डीजल 85.01रुपए प्रति लीटर है।

लखनऊ में पेट्रोल 95.28और डीजल 86.80रुपए प्रति लीटर है।

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बता दें कि, केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहती है लेकिन राज्य सरकार इसके लिए राजी नहीं है। केंद्र सरकार की ओर से उत्पाद शुल्क और राज्य सरकार की ओर से वैट आदि लगाए जाते हैं। पेट्रोल और डीजल दोनों जीएसटी के दायरे में नहीं आते। इसलिए इस पर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कर लगाए जाते हैं। केंद्र सरकार इन पर उत्पाद शुल्क या एक्साइज लगाती है, जबकि राज्य सरकार वैट लगाती है। ऐसे में जबह आप राज्य सरकार अपने हक का वैट कम कर देती है तो फ्यूल के रेट में कमी आ जाती है।