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आईएमएफ के बयान से चिढ़ गया ड्रैगन, चीन को पीछे छोड़ तेजी से आगे बढ़ रही भारत की अर्थव्यस्था, देखें कितनी है ग्रोथ रेट!

भारतीय अर्थव्यवस्था ने चीन को पछाड़ा

इंटरनेशनल मॉटिनरिंग फंड यानी IMF ने अगले साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर (Economic Growth Rate) तेजी से बढ़कर 12.5 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान लगाया है। ये तब है जब भारत समेत पूरी दुनिया की इकोनॉमी रिकवरी मोड में आ रही है। यह वृद्धि दर चीन के मुकाबले भी अधिक होगी। वहीं इससे पहले आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस भी कह चुकी है कि  भारतीय अर्थव्यवस्था सुधार की राह पर है और 2020 की चौथी तिमाही में वास्तविक जीडीपी (GDP) ग्रोथ फिर से सकारात्मक हो सकती है। ऐसा महामारी की शुरुआत के बाद पहली बार होगा, और यह सकल, स्थिर पूंजी निर्माण में बढ़ोतरी के कारण संभव हो सकेगा।
 
मुद्राकोष ने कहा कि 2020 में भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकार्ड 8 प्रतिशत की गिरावट आयी। लेकिन इस साल वृद्धि दर 12.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो काफी बेहतर है। वहीं चीन की वृद्धि दर 2021 में 8.6 प्रतिशत तथा 2022 में 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
 
आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा, ‘‘हम वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये पूर्व के अनुमान के मुकाबले मजबूत पुनरूद्धार की उम्मीद कर रहे हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2021 में 6 प्रतिशत और 2022 में 4।4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।'' पिछले साल यानी 2020 में विश्व अर्थव्यवस्था में 3।3 प्रतिशत की गिरावट आयी। उन्होंने रिपोर्ट की भूमिका में लिखा है, ‘‘हालांकि जो परिदृश्य है, उसमें पुनरूद्धार को लेकर विभिन्न देशों और देशों के भीतर जो गति है, वह अलग-अलग है। साथ ही संकट के कारण आर्थिक नुकसान को लेकर जोखिम अभी बना हुआ है। इससे हमारे सामने बड़ी चुनौतियां हैं।'' 
 
इससे पहले रेटिंग एजेंसी मूडीज भी कह चुकी है कि भारत में  अंकुशों में ढील के बाद देश और विदेश की मांग सुधरी है। इससे हालिया महीनों में विनिर्माण उत्पादन बढ़ा है। मूडीज ने कहा, हमारा अनुमान है कि निजी खपत और गैर निवासी निवेश में अगले कुछ तिमाहियों में बढ़ोतरी होगी, जिससे 2021 में घरेलू मांग में सुधार होगा। मूडीज का अनुमान है कि 2021 के कैलेंडर साल में जीडीपी की वास्तविक वृद्धि दर 12 प्रतिशत रहेगी।