रिलायंस जल्द ही जस्ट डायल को खरीद सकती है। खबरों की माने तो मुकेश अंबानी ने इसकी पूरी प्लानिंग कर ली है और माना जा रहा है कि, यह सौदा 80 से 90 करोड़ डॉलर के बीच हो सकता है। रिलायंस पहले ही देश की सबसे बड़ी ऑर्गेनाइज्ड रीटेलर बन चुकी है जबकि जस्ट डायल लोकर सर्च इंजन सेगमेंट में मार्केट डीलर है।
खबरों की माने तो रिलायंस और जस्ट डायल के बीच अप्रैल से बातचीत चल रही थी, लेकिन हाल में इसमें तेजी आई है। शरदुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी, साइरिल अमरचंद मंगलदास और गोल्डमैन साच्स को इस डील के लिए एडवाइजर बनाया गया है। कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर वीएसएस मणि और उनके परिवार की 35.5 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसकी मौजूदा वैल्यू 2387.9 करोड़ रुपये है. रिलायंस मणि से आंशिक हिस्सेदारी खरीदने की योजना बना रही है। अगर ओपन ऑफर पूरी तरह सब्सक्राइब होता है तो रिलायंस के पास 60 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी होगी।
25 साल पुरानी इनफॉर्मेशन सर्च एंड लिस्टिंग्स कंपनी जस्टडायल का पूरे देश में नेटवर्क है। अगर यह डील हुई तो इससे रिलायंस रीटेल को जस्ट डायल के मर्चेंट डेटाबेस का फायदा मिलेगा। बता दें कि, जस्टडायल के मोबाइल, ऐप्स, वेबसाइट और 8888888888 टेलीफोन हॉटलाइन पर तिमाही औसतम 15 करोड़ यूनीक विजटर्स हैं। जस्ट डायल की शुरुआत 1996 में फोन बेस्ड सर्विस के रूप में हुई थी। तब यह डिस्कवरी में मार्केट लीडर हुआ करती थी, लेकिन बाद में प्रैक्टो, अरबन कंपनी, बुक माई शो, जोमैटो, पेटीएम एवं मेक माई ट्रिप जैसी कंपनियों के आने से इसका क्रेज कम हो गया।
ईटी की रिपोर्ट की माने तो, टाटा संस ने भी कुछ समय पहले जस्ट डायल के साथ हाथ मिलाने की कोशिश की थी। दोनों के बीच बातचीत भी हुई थी, लेकिन मामला किसी वजह से आगे नहीं बढ़ सका।