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पेट्रोल-डीजल के बाद अब महंगा हुआ सरसों का तेल, जानें Mustard Oil के लेटेस्ट रेट्स

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महंगाई ने लोगों के जेबों के डाका डाला हुआ है। पेट्रोल-डीजल के बाद अब सरसों के तेल के भी भाव बढ़ गए है। सब्जियों का स्वाद बढ़ाने वाला सरसों का तेल अब बजट से बाहर होता जा रहा है। कीमतें आसमान छूने लगी है। अचानक कीमतों में हुई बढ़ोतरी ने लोगों को हैरान कर दिया है। देश के कई राज्यों में सरसों के तेल की कीमतें 200 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा है। बीते एक साल की बात करें तो सरसों के तेल की कीमतों में 80 फीसदी तक इजाफा हुआ है।

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1 दिसंबर 2020 को दिल्ली में सरसों की तेल की कीमत 136 रुपये प्रति लीटर थीं।

1 दिसंबर 2021 को दिल्ली में सरसों की तेल की कीमत 203 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है।

 

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एक साल के अंदर सरसों के तेल की कीमतों में 67 रुपये प्रति लीटर तक बढ़े है। वहीं साल 2019 से 2020 में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। कीमतें बढ़ने से खाने की थाली पर भी असर दिखने लगा है। लोग सरसों के तेल का इस्तेमाल कम करने लगे है। कीमतें बढ़ने के पीछे कई वजह है। देश में खाद्य तेलों का ज्यादातर हिस्सा आयात किया जाता है। केंद्र सरकार ने खाद्य तेलों की कीमतों में कमी लाने के लिए बेसिक ड्यूटी घटा दी थी। यही नहीं पाम ऑयल, सूरजमुखी का तेल और सोयाबीन के तेल पर लगने वाले आयात शुल्क को भी ठीक किया। लेकिन इसका असर दाम पर कुछ खास देखने को नहीं मिला।