अगर आप पैसा निकालने के लिए ज्यादातर एटीएम का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए है। आरबीआई ने फ्री लिमिट से ज्यादा लेनदेन मंहगा कर दिया है। रिजर्व बैंक ने ग्राहकों से लिए जाने वाले कस्टमर चार्ज और गैर बैंक एटीएम चार्ज में बढ़ोतरी कर दी है। एटीएम निकासी शुल्क की गई बढ़ोतरी 1 जनवरी 2022 से लागू होगी। यानी नए साल के पहली तारीख से आपको अधिक शुल्क का भुगतान करना होगा।
अब लोगों अपने बैंक की जगह किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालते हैं तो फ्री लिमिट से ज्यादा ट्रांजैक्शन पर आपका ज्यादा पैसा कटेगा। इसी तरह रिजर्व बैंक ने कस्टमर चार्ज की सीमा भी प्रति ट्रांजैक्शन 20 से बढ़ाकर 21 रुपये कर दी है। इसका मतलब यह है कि अपने बैंक के एटीएम में भी फ्री ट्रांजैक्शन का लिमिट पार करने पर आपको अब ज्यादा चार्ज देना पड़ेगा। बैंक ग्राहकों को हर महीने एटीएम से 5 बार मुफ्त नकद निकासी की सुविधा अभी देते हैं। रिजर्व बैंक ने कहा है कि पिछली बार अगस्त 2012 में एटीएम इंटरचेंज फीस में बदलाव किया गया था।
गौरतलब है कि ग्राहकों से दूसरे बैंक के एटीएम से हर महीने मेट्रो शहरों में तीन बार और गैर मेट्रो शहरों में पांच बार ट्रांजैक्शन पर कोई चार्ज नहीं नहीं लिया जाता। इसके बाद यह चार्ज लगता है। यानी अगर इस सीमा से ज्यादा आपने ट्रांजैक्शन किया तो अब वह महंगा पड़ेगा। आपको बता दें कि कि बैंक अपने ग्राहकों को अपने एटीएम से एक निश्चित सीमा तक ट्रांजैक्शन फ्री देते हैं, उसके बाद उस पर भी चार्ज लगाते हैं। रिजर्व बैंक का कहना है कि ग्राहकों को अपने बैंक एटीएम से हर महीने पांच ट्रांजैक्शन वित्तीय या गैर वित्तीय ही फ्री में उपलब्ध होगा।