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Paytm ने चाईनीज को निकाल भगाया, इंडियन-अमेरिकन के हाथ में आया पूरा कंट्रोल

पेटीएम से चाईनीज बाहर!

भारत में चीन के खिलाफ बने माहौल का असर है कि डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम (Paytm) के निदेशक मंडल से सभी चीनी नागरिकों को निदेशक मण्डल से बाहर कर दिया है। उनकी जगह अमेरिकी और भारतीय नागरिकों ने ली है। हालांकि इससे कंपनी के मौजूदा शेयर होल्डिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ है। पेटीएम के बोर्ड से चीनी नागरिक ऐसे समय हटे हैं, जब कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने की तैयारी कर रही है। पेटीएम अपने प्रस्‍तावित प्रारंभिक शेयर बिक्री के जरिये 16,600 करोड़ रुपये जुटाने के लिए अपने शेयरधारकों की मंजूरी ले सकती है। इससे कंपनी का पूंजी मूल्यांकन 1.78 लाख करोड़ रुपये तक हो सकता है।

कंपनी ने नियामकीय सूचना में कहा कि अलीपे के प्रतिनिधि जिंग जियानडोंग, एंट फाइनेंशियल के गुओमिंग चेंग और अलीबाबा के प्रतिनिधि माइकल यूएन जेन याओ (अमेरिकी नागरिक) और टिंग होंग केनी हो कंपनी के अब निदेशक नहीं हैं। सूत्र के अनुसार पेटीएम के निदेशक मंडल में अब कोई भी चीनी नागरिक नहीं है। अमेरिकी नागरिक डगलस फेगिन एंट ग्रुप की ओर से पेटीएम बोर्ड (निदेशक मंडल) में शामिल हुए हैं। बर्कशायर हैथवे के प्रतिनिधि टॉड एंथोनी कॉम्ब्स, सामा कैपिटल के अशित रंजीत लीलानी और सॉफ्टबैंक के प्रतिनिधि विकास अग्निहोत्री भी बोर्ड में शामिल हुए हैं।

पेटीएम के शेयरधारकों में अलीबाबा के एंट ग्रुप (29.71 प्रतिशत), सॉफ्टबैंक विजन फंड (19.63 प्रतिशत), सैफ पार्टनर्स (18.56 प्रतिशत) और विजय शेखर शर्मा (14.67 प्रतिशत) शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी में एजीएच होल्डिंग, टी रो प्राइस, डिस्कवरी कैपिटल और बर्कशायर हैथवे की 10-10 फीसदी से भी कम हिस्सेदारी है।

पेटीएम की असाधारण आम बैठक 12 जुलाई को होनी है। इस बैठक में कंपनी नई इक्विटी जारी कर 12,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी ले सकती है। सूत्र के अनुसार शेष 4,600 करोड़ रुपये की राशि कंपनी के मौजूदा और पात्र शेयरधारकों के शेयरों की बिक्री से जुटाये जाएंगे।  मूल्यांकन के इस दायरे से पेटीएम 10 शीर्ष वित्तीय सेवा कंपनियों में शामिल हो जाएगी। कंपनी प्रांरभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिये अगले सप्ताह सेबी के पास दस्तावेज जमा करा सकती है।