मोदी सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा है कि कुछ दिन बाद ही भारत में पेट्रोल 60-62 रुपये लीटर मिलना शुरू हो जाएगा। इसके बाद इंटरनेशनल मार्केट में तेल के दाम घटें या बढ़ें उसका असर घरेलू बाजार पर नहीं पड़ेगा। केंद्रीय परिवहन मत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि प्लेक्स फ्यूल इंजन पर सरकार जल्दी ही फैसला करने वाली है। इस फैसले से देश की इकोनॉमी को भी गति मिलेगी।
नितिन गडकरी ने कहा कि फ्लेक्स फ्यूल इंजन में पेट्रोल और एथनाल दोनों का प्रयोग किया जा सकता है। अब गाड़ियों में केवल पेट्रोल से चलने वाला इंजन नहीं होगा, बल्कि फ्लेक्स फ्यूल इंजन होगा। लोग अपनी इच्छा से 100फीसद पेट्रोलियम ईधन या 100फीसद एथनाल का इस्तेमाल कर सकेंगे।' पेट्रोल की कीमतें कुछ राज्यों में 100रुपये प्रति लीटर के ऊपर पहुंच गई हैं, जबकि एथनाल 60से 62रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध है। गडकरी ने कहा कि ब्राजील, कनाडा और अमेरिका में गाडि़यों में ऐसे इंजन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिनमें 100फीसद बायो-एथनाल प्रयोग किया जा सकता है।
हाल ही में सरकार ने पेट्रोल में 20 फीसद एथनाल मिलाने का लक्ष्य भी 2025 तक ही पूरा कर लेने की बात कही है। पहले यह लक्ष्य 2030 के लिए तय किया गया था। गडकरी ने कहा कि 2014 में पेट्रोल में एक से डेढ़ फीसद एथनाल मिलाया जाता था, जो आज 8.5 फीसद पर पहुंच गया है। उस समय 38 करोड़ लीटर एथनाल खरीदा जाता था, जो आज 320 करोड़ लीटर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार की कीमतों से ज्यादा हैं, जिससे बहुत सा अनाज सरप्लस रह जाता है। इस अनाज से एथनाल बनाया जा सकेगा।
इस तरह अनाज गोदामों सड़ेगा भी नहीं और सरकार को विदेशों से भारी मात्रा में पेट्रोलियम मंगाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।