पोस्ट ऑफिस का एक स्कीम पैसा डबल करने का मौका दे रहा है। इस स्कीम में निवेश कर के आप 124 महीने के बाद पैसा डबल हो सकते हैं। यह एक प्रकार की बचत योजना है और पुरी तरह से सेफ है। ये आपके और बच्चों के भविष्य को संवारने में काम आ सकता है। तो क्या है ये स्कीम और कैसे करें इसमें निवेश जानें पूरी प्रक्रिया।
किसान विकास पत्र योजना डाकखाने की काफी पॉपुलर और पुरानी स्कीम है। वर्तमान में इसमें 6।9 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर अगर आप इसमें एक लाख रुपए लगाते हैं तो एक निश्चित समय के बाद आपको इसके बदले दो लाख रुपए मिलेंगे।इस स्कीम में कम से कम एक हजार रुपये का निवेश करना होता है। वहीं, अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं होती है। यह एक सर्टिफिकेट के रूप में आपको मिलता है, जिसमें 1000, 2000, 5000, 10000 और 50000 रुपये तक के सर्टिफिकेट लिए जा सकते हैं।
स्कीम से जुड़ी खास बातें
1. किसान विकास पत्र में निवेशक की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए।
2. इसमें सिंगल और ज्वॉइंट कोई भी अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसमें अधिकतम तीन व्यस्क मिलकर ज्वॉइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं। अगर बच्चों के नाम पर खाता खुलवाना हो तो पैरेंट्स या गार्जियन को इसकी देखभाल करनी होगी।
3. इस स्कीम में न्यूनतम 1000 रुपए से खाता खुलवाया जा सकता है।
4. स्कीम में निवेश के लिए किसी भी पोस्ट ऑफिस में आवेदन किया जा सकता है।आवेदक के पास पहचान पत्र जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट होना चाहिए।
5. किसान विकास पत्र स्कीम में नॉमिनी का भी विकल्प मिलता है।
आवेदन की प्रक्रिया
किसान विकास पत्र लेने के एक फॉर्म भराना होगा। इसे आप आनलाइन भी डाउनलोड कर सकते हैं या डाकखाने में जाकर इसे ले सकते हैं। आपको कितने अमाउंट से निवेश करना है उस वैल्यू का जिक्र फॉर्म में जरूर करें। साथ ही अपनी पर्सनल डिटेल्स एवं कुछ जरूरी दस्तावेज की फोटोकॉपी अटैच करें। KVP अकाउंट सिंगल या ज्वॉइंट में खुलवाने के लिए ‘ए‘ या ‘बी‘ सदस्यता का चुनाव करें। अगर आप इसमें किसी को नॉमिनी बनाना चाहते हैं तो उसका विवरण भी भरें।
स्कीम की अवधि पूरी होने पर मैच्योरिटी रकम किसी भी पोस्ट ऑफिस से प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए लाभार्थी को अपनी आइडेंटिटी स्लिप पोस्ट ऑफिस में दिखानी होगी। अगर लाभार्थी के पास आईडेंटिटी स्लिप नहीं है तो वह सिर्फ उसी पोस्ट ऑफिस से राशि निकाल सकता है जहां से उसने किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट लिया है।