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RBI Monetary Policy: आरबीआई ने रेपो रेट में नहीं किया कोई बदलाव, 4% पर बरकरार

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास

रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2022 की पहली मॉनेटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3।35 फीसदी पर बरकरार है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। वहीं रिवर्स रेपो रेट में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है और इसे 3.35 फीसदी बनाए रखा गया है।

बता दें कि आरबीआई गवर्नर शथ्कतकांत दास ने 7 अप्रैल को मॉनेटरी पॉलिसी का एलान किया है। इससे पहले भी फरवरी में ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ था। विशेषज्ञ भी मान रहे थे कि कोरोना वायरस मामलों में बढ़ोतरी की वजह से पैदा हुई अनिश्चित्ता के बीच, आरबीआई द्वारा मौद्रिक नीति समीक्षा में यथास्थिति बनाए रखने की उम्मीद है।

शक्तिकांत दास ने कहा, कोरोना के बढ़ने मामले बढ़ने के बावजूद इकोनॉमी में रिकवरी है। लॉकडाउन का ग्रोथ पर सीमित असर हो सकता है। ग्रामीण मांग में सुधार हुआ है। आरबीआई अकोमडेटिव रुख पर कामय है। कोरोना में उछाल से अस्थिरता बनी है।

मौजूदा स्थिति

रेपो रेट: 4.00%VS 4.00%

कैया रिजर्व रेश्यो: 4.00%VS 3.00%

रिवर्स रेपो रेट: 3.35%VS 3.35%

 

बता दें कि रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर रिजर्व बैंक SBI समेत दूसरे बैंकों को कम समय के लिए कर्ज देता है। अगर इसमें कटौती होती है तो बैंकों को RBI को कम ब्‍याज देना होता है। इसका असर आपकी EMI पर भी पड़ता है। अगर रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाता है तो बैंकों के लिए उसे कर्ज लेना महंगा हो जाता है। इससे होम लोन कार लोन समेत अन्य लोन की ब्‍याज दरें बढ़ जाती हैं। वहीं, वर्तमान में RBI का रेपो रेट 4% है जबकि रिवर्स रेपो रेट 3.5% है। रिवर्स रेपो रेट वह दर है जो RBI बैंकों को ब्‍याज के तौर पर देता है।