डिजिटल पेमेंट वॉलेट (Paytm, PhonePe-Mobikwik और Amazon Pay) यूजर्स के लिए अच्छी खबर आ रही है। रिजर्व बैंक ऑफि इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को क्रेडिट पॉलिसी के बाद कई नए ऐलान किए हैं। आप जल्द ही एक डिजिटल वॉलेट से दूसरे में बिना किसी अड़चन के पैसा ट्रांसफर कर पाएंगे। इसमें सर्विस प्रोवाइडर से लेना देना नहीं होगा।
यह वॉलेट-टू-बैंक या बैंक-टू-वॉलेट या बैंक-टू-बैंक ट्रांसफर की तरह काम करता है। डिजिटल वॉलेट जैसे पीपीआई इंस्ट्रूमेंट में स्टोर वैल्यू पर वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की सुविधा मिलती है। आरबीआई की वेबसाइट के अनुसार, पीपीआई इंस्ट्रूमेंट तीन तरह के होते हैं. इनमें क्लोज्ड सिस्टम पीपीआई, सेमी क्लोज्ड सिस्टम पीपीआई और ओपन सिस्टम पीपीआई शामिल हैं। देश में पेटीएम, मोबिक्विक, पेयू इत्यादि सेमी क्लोज्ड वॉलेट में आते हैं। कैश विदड्रॉल की अनुमति सिर्फ ओपन सिस्टम पीपीआई से है। इनमें डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड आते हैं।
पेटीएम, मोबिक्विक जैसे डिजिटल वॉलेट और नॉन-बैंक एंटिटीज के प्रीपेड कार्ड से अब निकाल सकेंगे कैश। RBI की माने तो नॉन-बैंक एंटिटीज से कैश निकालने की अनुमति देगा बशर्ते KYC हुई होनी चाहिए।
जल्द बैंकों के अलावा दूसरे फाइनेंशियल संस्थान भी आरटीजीएस और नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) की सुविधा देंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इसका ऐलान किया है। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए फिनटेक और पेमेंट बैंक जैसे गैर-बैंक जल्द आरटीजीएस और एनईएफटी फैसिलिटी ऑफर कर सकते हैं। ये फैसिलिटी अब तक सिर्फ बैंकों में उपलब्ध थी।