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चीन को टक्कर देने के लिए रिलायंस इंडस्ट्री और सऊदी आरामको आए साथ

Reliance Industries and Saudi Aramco Comes together

सऊदी अरब  (Saudi Arabia) की सबसे बड़ी तेल कंपनी आरामको और रिलायंस इंडस्ट्रीज  (Reliance Industries) की ऑयल टू कैमिकल में बातचीत शुरू हो रही है। आरामको (Saudi Armaco) रिलायंस की इस इंडस्ट्री में बड़ा निवेश करने जा रही है। ऐसा माना जा रहा  है दोनों के मिलने से जो नई कंपनी बनेगी वो दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी होगी।

ऐसा बताया जा रहा है कि अप्रैल 2021के बाद दोनों पक्ष बातचीत में तेजी ला सकते हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और सऊदी अरामको के बीच होने वाली फाइनल डील डील (Saudi Aramco Reliance Deal) में स्टॉक स्वैप और कैश दोनों की बड़ी भूमिका हो सकती है।

इस अरेंजमेंट के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का ऑयल टू केमिकल बिजनेस अब एक अलग सहयोगी के रूप में कामकाज करेगा। इसमें इसकी रिफाइनरी और पेट्रो केमिकल संपत्ति, इंधन रिटेल और बल्क होलसेल मार्केटिंग बिज़नेस शामिल होंगे। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के इंधन रिटेल कारोबार में ब्रिटिश पेट्रोलियम के साथ 51फ़ीसदी का एक ज्वाइंट वेंचर बना हुआ है। यह सहयोगी कंपनी पूरी तरह से रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के स्वामित्व वाली इकाई होगी।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के पास दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे अधिक आयल टू केमिकल इंटीग्रेटेड कॉन्प्लेक्स गुजरात में मौजूद है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की यह इकाई पूरे समूह के लिए नकदी का भंडार मानी जाती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की कुल आमदनी में इसकी हिस्सेदारी 62फीसदी है। इसके साथ ही साल 2020में आरआईएल के कामकाजी मुनाफे में इसकी हिस्सेदारी 58%रही है।

नई योजना के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपनी नई सहयोगी कंपनी को 10साल के लिए लोन उपलब्ध कराने का फैसला किया है। इस रकम की मदद से नई सहयोगी कंपनी ऑयल टू केमिकल केमिकल कारोबार की संपत्तियों को खरीद सकेगी। इस समय इस कारोबार का वैल्यूएशन तय किया जा रहा है और अनुमान लगाया जा रहा है कि यह 75अरब डॉलर से 85अरब डॉलर के करीब हो सकता है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कुछ अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि ऑयल टू केमिकल बिजनेस का वैल्यूएशन 100 अरब डॉलर के करीब भी हो सकता है।