काफी समय से 2000 के नोट को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या यह बंद होने वाले हैं, क्योंकि सरकार ने भी साफ कर दिया था कि वो अब 2000 रुपए के नोटों की छपाई नहीं कर रही। मार्च महीने में वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने लोकसभा में जानकारी दी थी कि पिछले दो साल में 2000 के नोटों की छपाई नहीं हुई है। इसके बाद से कई तरह के सवाल सामने आए जिसपर अब भारतीय रिजर्व बैंक ने बयान दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से 2000 रुपए के नोट को लेकर 26 मई को साफ कर दिया है कि अब सर्कुलेशन में 2000 रुपए के नोट की नई सप्लाई नहीं होगी। साल 2016 में नोटबंदी के बाद लांच हुए इस नोट को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे। चूकिं यह नोट अब धीरे धीरे सर्कुलेशन में कम होने लगे हैं। वहीं आरबीआई ने पहले भी 2000 रुपए के नोट को लेकर कहा था कि ये नोट अब नए नहीं आएंगे जो सर्कुलेशन में पहले से ही हैं वही बाजार में चलते रहेंगे।
आरबीआई ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में कहा है कि पिछले साल की तरह वित्त वर्ष 2020-21 में 2,000 रुपए के नए नोटों की कोई सप्लाई नहीं हुई है। रिजर्व बैंक ने पिछली बार 2018-19 में 467 लाख 2000 रुपए के नोटों की सप्लाई की थी। इस तरह अभी चलने में कुल 2000 और 500 रुपए के नोटों की हिस्सेदारी 87.5 फीसदी है।
ऐसे घटता गया सर्कुलेशन
सरकारी आंकडों के मुताबिक 30 मार्च, 2018 तक सर्कुलेशन में 3 अरब 36 करोड़ 20 लाख नोट थे। जबकि 26 फरवरी, 2021 तक सर्कुलेशन में केवल 2 करोड़ 49 करोड़ 90 लाख 2000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में थे। वहीं 2019-20 और 2020-21 के दौरान 2000 रुपये के बैंक नोट के लिए छपाई से संबंधित कोई आदेश सरकार की ओर से जारी नहीं किया गया। इसका मतलब 2019-20 के बाद से इन नोटों की छपाई बंद है।
एटीएम में भी कम हुई 2000 के नोटों की संख्या
मीडिया में आई खबरों की माने तो बैकों की एटीएम में जो नोट के कैसेट होते हैं उसमें से भी 2000 रुपए के नोट के कैसेट हटाए जा चुके हैं। 2000 के नोट के कैसेट को 100 रुपए और 200 रुपए के कैसेट से रिप्लेस किया जा चुका है। यही कारण है कि अब ज्यादातर एटीएम से 2000 रुपए के नोट नहीं निकलते। बता दें कि, सरकार ने 2000 रुपए के नए नोट नहीं छापने का निर्णय इसलिए लिया है ताकी जमाखोरी रोकी जा सके और ब्लैकमनी पर लगाम लगाया जा सके।