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RBI: अब तक 2,000 रुपये के नोटों का 50 फ़ीसदी वापस  

2,000 रुपये के नोटों का 50 फ़ीसदी वापस

आरबीआई ने आज खुलासा किया है कि चलन में रहे 2,000 रुपये के नोटों में से 50 फ़ीसदी नोट वापस आ गये हैं। अभी तक लौटाए गये नोटों की कुल क़ीमत 1.82 लाख करोड़ रुपए आंकी गयी है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इनमें से 85 फ़ीसदी नोट बैंक में जमा के रूप में वापस आ गए हैं। 2,000 रुपए के नोटों को वापस लेने की घोषणा 19 मई को की गयी थी और इन नोटों को बदलने या बैंकों में जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर है।

नवंबर 2016 में 2,000 रुपये के नोट को मुख्य रूप से काले धन पर अंकुश लगाने के लिए 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों के अचानक विमुद्रीकरण के बाद अर्थव्यवस्था की मुद्रा की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पेश किया गया था।

2000 रुपये के नोटों को वापस लेने की घोषणा करते हुए आरबीआई ने कहा था कि उन्होंने अपना उद्देश्य पूरा कर लिया है और चूंकि अन्य मूल्यवर्ग के बैंकनोट अब पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, इसलिए 2018-19 में 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी गयी थी।

केंद्रीय बैंक ने कहा कि ज़्यादातर 2,000 रुपये के नोट (89 फ़ीसदी) मार्च 2017 से पहले जारी किए गए थे और चार से पांच साल तक यह चलन में रहा।ग़ौरतलब है कि 2,000 रुपये के नोट आमतौर पर लेनदेन के लिए उपयोग नहीं किए जाते हैं।

RBI के आंकड़ों के अनुसार,”31 मार्च, 2018 को संचलन में इन बैंक नोटों का कुल मूल्य 6.73 लाख करोड़ रुपये से घटकर 31 मार्च, 2018 को (संचलन में नोटों का 37.3%) 3.62 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो 31 मार्च 2023को प्रचलन में नोटों का केवल 10.8% था।”