बैंकिग सेक्टर्स में इस वक्त कई बदलाव देखे जा रहे हैं, एक जुलाई से देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कई नियमों में बदलाव किया, जिसमें अब ग्राहकों को लेनदेन, कैश वीड्रॉल, चेकबुक और कई चीजों पर तय लीमिट के बाद भुगतान करना होगा। अब बैंक खातों को निलाम करने जा रही है जोकि 313 करोड़ के बकाए का मामला है।
हालांकि, इसमें आपको घबराने की जरूरत नहीं है। दरअसल, एसबीआई अगले महीने दो गैर-निष्पादित खातों यानी एनपीए अकाउंट की नीलामी करेगा, जिससे 313 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया वसूल किया जा सके। ये नीलामी 6 अगस्त को ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। इस ई-नीलामी में रखे जाने वाले दो एनपीए अकाउंट्स में भद्रेश्वर विद्युत प्राइवेट लिमिटेड (बीवीपीएल) और जीओएल ऑफशोर लिमिटेड शामिल है।
बीवीपीएल पर 262.73 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। जबकि जीओएल पर 50.75 करोड़ रुपये का बकाया है। इस सिलसिले में एसबीआई ने नोटिस में कहा, वित्तीय परिसंपत्तियों पर बिक्री पर बैंक की नीति के संदर्भ में, नियामक दिशानिर्देशों के अनुसार, हम इन खातों को एआरसी/बैंकों/एनबीएफसी/एफआई को बिक्री के लिए रख रहे हैं। भद्रेश्वर विद्युत की नीलामी के लिए आरक्षित मूल्य 100.12 करोड़ और जीओएल ऑफशोर के लिए 51 करोड़ निर्धारित किया गया है।
SBI ने इच्छुक पार्टियों को बैंक के साथ एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जमा करने और नॉन-डिस्क्लोजर एग्रीमेंट निष्पादित करने के बाद तत्काल प्रभाव से इन संपत्तियों की जांच करने को कहा है। इसके साथ ही बैंक ने यह भी कहा कि, हम बिना कोई कारण बताए किसी भी स्तर पर प्रस्तावित बिक्री के साथ आगे नहीं बढ़ने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं. इस संबंध में बैंक का निर्णय अंतिम और बाध्यकारी होगा।
बताते चलें कि, बीवीपीएल की स्थापना 2007 में ओपीजी समूह द्वारा प्रवर्तित एक विशेष प्रयोजन वाहन के रूप में की गई थी। जिसके पास बिजली और इस्पात क्षेत्रों में पर्यात्प अनुभव है। अप्रैल 2019 में, ICRA ने बैंक सुविधाओं पर दीर्घकालिक रेटिंग को 2,062.40 करोड़ की कंपनी को जारीकर्ता नॉट कोऑपरेटिंग श्रेणी में स्थानांतरित कर दिया है।