हर महीने आने वाली सैलरी पर जब टैक्स की कटौती होती है तो हर किसी को दुख होत है। लेकिन अगर आपको यह पहले से पता होता कि कौन-कौन से प्लान लेने पर टैक्स में बचत होती है तो आपको यह दुख नहीं उठाना पड़ता। इसके साथ ही आपको रिटर्न तो तगड़ा मिलता ही आपका रिटायरमेंट फंड भी तगड़ा तैयार होता। दरअसल, टैक्स बचाने के कई तरीके हैं, सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीमों में आप इन्वेस्टेंट कर टैक्स के साथ साथ एक मोटी रकम भी तैयार कर सकते हैं। आईए जानते हैं उन तरीकों के बारे में जिससे आप टैक्स बचा सकते हैं।
EPF
यह सबसे प्रचलित टैक्स सेविंग स्कीम है। इस फंड में कंपनी और कर्मचारी दोनों योगदान देते हैं, कर्मचारी के खाते में जमा पैसे और उस पर मिलने वाले ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता।
PPF
पीपीएफ को पब्लिक प्रोविडेंट फंड कहते हैं, आप यहां पर निवेश कर टैक्स बचा सकते हैं, इसके अलवा यहां नवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि, रिटायरमेंट के वक्त पीपीएफ से गारंटीड रिटर्न मिलता है। यह निवेश के साथ सेविंग का विकल्प भी देता है। पीपीएफ ईईई कैटगरी में आता है. यानी कि मूलधन, ब्याज और निकासी पर कोई टैक्स नहीं लगता।
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम
इसे ELSS कहते हैं जो वेतनभोगी लोगों के लिए सबसे अच्छा जरिया माना जाता है सेविंग और टैक्स बचत का। आप अगर कर्मचारी हैं तो आपकी सैलरी की टैक्सेबल इनकम में 80सी के तहत छूट मिलती है। इसके तहत जो पैसा निवेश करते हैं उस पर टैक्स नहीं लगता. लेकिन रिटर्न अगर 1, 00,000रुपये से अधिक है तो 10परसेंट के हिसाब से टैक्स लगेगा।
NPS
NPS में निवेश कर आप रिटायरमेंट के बाद आने वाली इनकम की तैयारी कर सकते हैं। इसके साथ ही यहां पर बाकी स्कीमों के मुकाबले रिटर्न पर ब्याज दर ज्यादा मिलता है। साथ आपको दूसरा बड़ा फायदा यह मिलता है कि इसके अंतर्गत 1.5लाक रुपए तक टैक्स छूट का क्लेम कर सकते हैं।
टैक्स सेविंग एफडी
टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट FD में निवेश कर पैसे बचाने के साथ बाद के लिए बड़ा फंड भी तैयार कर सकते हैं। इसमें आपके 1.5 लाख रुपये तक के निवेश को टैक्स छूट के दायरे में रखा गया है। सैलरी पाने वाले लोगों के लिए 5 साल की टैक्स सेविंग एफडी सबसे सही मानी जाती है। निवेश के पैसे पर टैक्स की छूट मिलती है, रिटर्न पर टैक्स लगता है। इसके अलवा भी कई और तरीके हैं जहां पर पैसे निवेश कर आप इनकम टैक्स में छूट पा सकते हैं।