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बैंक ATM और कैस का झंझट खत्म, इस देश ने लॉन्च किया दुनिया की पहली डिजिटल करेंसी, मोबाइल से होगा फटाफट काम

world's first digital currency

डिजिटल के जमाने में दुनिया लगातार आगे बढ़ती जा रही है। अब कुछ ऐसा ही होने वाला है पैसे को लेकर, दरअसल अब बैंक जाने या कैस रखने या फिर ATM की लाइन में खड़े होने से छुटकारा मिल सकता है। लोगों के सामने अब बहामास अनोखी तरकीब लेकर आया है। बहामास 'सैंड डॉलर करेंसी' लेकर आ रहा है जो दुनिया की पहली डिटिजल करेंसी है।

दुनिया में 'सैंड डॉलर' नाम से डिजिटल करेंसी लन्च

दरअसल, बहामास सरकार 2020 से ही डिजिटल करेंसी को लेकर आने की तैयारी में लगा था। और अब यह सैंड डॉलर नाम की डिजिटल करंसी लॉन्च हो गई है। जिस तरह से रुपए-पैसे या डालर में शॉपिंग होती है उसी तरह बहामास में सैंड डॉलर नाम की डिजिटल करंसी से भी खरीदारी की जा सकेगी। इसके जरिए बिजनेस किया जा सकता है। खरीद-बिक्री हो सकती है इसके साथ ही इसे किसी भी खाते में भेजी या मंगाई जा सकती है। इस करंसी को बाहामास सेंट्रल बैंक ने जारी किया है।

इसलिए सरकार का फोकस डिजिटल करेंसी पर था

बहामास में बैंक के लिए मुश्किल है कि वह एटीएम या बैंक के ब्रांच देश के हर कोने में खोल सके क्योंकि, इस देश का पूरा इलाका 700 छोटे-छोटे आइलैंड पर फैला हुआ है। इसलिए मुश्किल के साथ साथ सरकार को काफी महंगा भी पड़ता है। हर आइलैंड पर बेहद कम आबादी बसती है, इसलिए बैंकों का काम बहुत सीमित हो जाता है।

मोबाइल वॉलेट से होगा ट्राजेक्शन

ययह करेंसी खासकर उनके लिए शुरू की गई है जिनका बैंक में खाता नहीं या भी बैंक की बहुत सुविधा नहीं ले पा रहे हो। इससे लोगों की सुविधा बढ़ने के साथ ही सरकारी खजाने का खर्च भी घटेगा। imf.org के मुताबिक, बहामास सेंट्रल बैंक के गवर्नर जॉन रॉले मानते हैं कि किसी व्यक्ति को डिपॉजिट अकाउंट या मोबाइल वॉलेट की तरह सुविधा मिल सके, लोग अकाउंट से अकाउंट में आसानी से ट्रांजेक्शन कर सकें, इसके लिए डिजिटल करंसी पर विचार किया गया।

पीछे छूटा डॉलर

आज बाहामास में सैंड डॉलर का प्रचलन तेज हो गया है और 130,000 डॉलर के सैंड डॉलर सर्कुलेशन में हैं जबकि इसकी तुलना में डॉलर अभी तक 500 मिलियन के ट्रांजेक्शन में इस्तेमाल हो रहा है। जो लोग सैंड डॉलर इस्तेमाल कर रहे हैं उनका काम जल्द होता है और खर्च भी कम लगता है। इसके ट्रांजेक्शन पर कोई फीस नहीं है या अलग से कोई शुल्क नहीं चुकाना पड़ता। बहामास की जनता इससे काफी खुश है और इसका ज्यादा से ज्यादा लोग इस्तेमाल कर रहे हैं।

गौरतलब हो कि बहामास को टैक्स हेवेन के रूम में जाना जाता है। टैक्स हेवेन का मतलब की जहां देश-विदेश के लोग टैक्स से बचने के लिए अपने पैसे को खपाते हैं। इस सुविधा के बदले वो फीस लेता है। बहामास जानकारी को बेहद गोपनीय रखता है, यहां तक की सरकार को भी इसकी भनक नहीं लगने देता।