योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश के हर जिले में एक एक्सपोर्ट हब बनाने का काम शुरू कर रही है। इसके लिए सभी जिलों में उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केंद्र में एक निर्यात विकास केंद्र की स्थापना का काम शुरू कर दिया गया है। इन एक्सपोर्ट हब की मदद से स्थानीय कारीगरों और शिल्पियों को जानकारी और प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे वे अपने उत्पादों को निर्यात के लायक बना सकें।
एक्सपोर्ट हबों पर कंप्यूटराइज्ड बिक्री केंद्र की स्थापना करके ऐसे सभी कारीगरों को ई-मार्केटिंग की सुविधा दी जाएगी, जिससे वे विदेशों में अपने सामान की बिक्री कर सकें। सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इन सभी एक्सपोर्ट हब को हाई स्पीड इंटरनेट सेवा से जोड़ा जाएगा। यहां पर कंप्यूटर प्रोजेक्टर जैसे सभी तकनीकी उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी।
सहगल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रत्येक जिले को एक्सपोर्ट हब बनाने का कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है। हर जिले में एक जिला स्तरीय निर्यात प्रोत्साहन समिति का गठन किया जाएगा और उसके साथ मिलजुल कर जिला निर्यात योजना को भी तैयार किया जाएगा।
ये सभी निर्यात विकास केंद्र वैश्विक और स्थानीय ई-मार्केटिंग कंपनियों से जुड़ेंगे और विदेश व्यापार विभाग और इंडिया पोस्टल विभाग के सहयोग से अपना काम आगे बढ़ाएंगे। इस संदर्भ में ई-कॉमर्स कंपनी ईवे और अमेजन के साथ भी आपसी सहयोग के समझौते पर हस्ताक्षर किये गए हैं।
नवनीत सहगल ने बताया कि निर्यात के लिए लेबलिंग, पैकेजिंग जैसी तमाम सुविधाएं स्थानीय उत्पादकों और कारीगरों को दी जाएंगी। उत्पादकों और कारीगरों को इसके लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार के नियमों की जानकारी देने के लिए कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी और नॉलेज पार्टनर के रूप में विशेषज्ञ संस्था फेडरेशन आफ इंडिया एक्सपोर्ट से भी सहयोग लिया जाएगा।.