आज बेहद अहम दिन है। आज वैशाख पूर्णिमा है और आज के ही दिन इस साल का पहला चंद्रग्रहण है। चंद्रग्रहण आज दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर शाम के 7 बजकर 19 मिनट पर खत्म होगा यानी चंद्रग्रहण कुल मिलाकर 5 घंटे और 2 मिनट तक रहेगा। लेकिन ये पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और ओडिशा के तटीय इलाकों तथा अंडमान और निकोबार द्वीप से यह थोड़ी देर के लिए ही नजर आएगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो चंद्रग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तर अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और हिंद महासागर में नजर आएगा।
चंद्रग्रहण को सुपर ब्लड मून भी कहते है, क्योंकि ग्रहण के दौरान चांद सुर्ख लाल रंग का हो जाता है। ग्रहण का ज्योतिष में विशेष महत्व होता है। पंचांग गणना के अनुसार ये चंद्रग्रहण अनुराधा नक्षत्र और वृश्चिक राशि में लगेगा। चंद्र ग्रहण को ज्योतिषीय नजरिए से ऐसी घटना माना गया है, जिसका असर हर व्यक्ति के जीवन पर होता है। इस दौरान सभी को ज्यादा सावधान रहने को कहा गया है खासकर गर्भवती महिलाओं को। माना जाता है कि इस ग्रहण का बुरा असर सबसे ज्यादा गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में कुछ नियमों का पालन करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं को इन बातों का रखना चाहिए ध्यान
ग्रहण काल में गर्भवती महिलाएं घर पर ही रहें।
ग्रहण के समय चंद्रमा को न देखें।
नोकदार चीजें जैसे चाकू, कैंची, सूई का उपयोग न करें।
ग्रहण के दौरान कुछ भी नहीं खाएं।
ग्रहण काल के दौरान कपड़ों की सिलाई भी वर्जित कही गई है।
मुंह में तुलसी रखकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
ग्रहण समाप्त होने पर शुद्ध जल से स्नान करें।