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Dilip Kumar Death: दिलीप कुमार ने लड़ा था कारगिल युद्ध! भारत सरकार ने सीक्रेट मिशन पर एक्टर को भेजा था पाकिस्तान

photo courtesy google

बॉलीवुड के दिग्‍गज अभ‍िनेता दिलीप कुमार का 98 साल की उम्र में आज निधन हो गया है। लंबे समय से दिलीप कुमार बीमार चल रहे थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। जिसके चलते उन्हें मुंबई के हिंदुजा अस्‍पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें अंतिम सांस ली। दिलीप कुमार ने करीब 6 दशक तक बॉलीवुड में अपना जलवा बिखेरा। उन्होंने कुल 65 फिल्‍मों में काम किया। जिसमें मुगल-ए-आजम से लेकर क्रांति जैसी सुपरहिट फिल्‍में शामिल थी। दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पेशावर में हुआ था। भारत पाकिस्तान बंटवारे में दिलीप कुमार परिवार के साथ भारत आ गए  थे।

दिलीप कुमार का असली नाम मुहम्मद यूसुफ खान है। पाकिस्‍तान के पूर्व विदेशी मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी ने अपनी एक किताब लॉन्‍च के दौरान दिलीप कुमार के बारे में कई खास बातों का जिक्र किया था।  उन्होंने कहा था कि दिलीप कुमार दो बार भारत सरकार के सीक्रेट म‍िशन पर पाकिस्‍तान जा चुके थे। कसूरी ने बताया कि 'मुझे दिलीप साहब की पत्‍नी सायरा बानो ने बताया कि वो दो बार पाकिस्‍तान में सीक्रेट मिशन के लिए जा चुके है। उन्‍हें भारत सरकार ने खास विमान से इस्‍लामाबाद भेजा था। मुझे लगता है ये दर जिया-उल-हक का  दौर का होगा। दूसरा और भी हाल के दिनों में होगा।'

आपको बता दें कि कसूरी 2002 से 2007 के दौर में पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री रहे थे। अक्‍टूबर 2015 में कसूरी जब भारत के दौरे पर आए तो वे मुंबई में दिलीप कुमार से मिलने उनके घर भी गए थे। कसूरी ने बताया कि वो जानबूझकर जिन्‍ना हाउस, मणि भवन के अलावा दिलीप कुमार के घर भी जाने का फैसला किया। इसके पहले भी कसूरी ने दावा किया था कि दिलीप कुमार ने 1999 में कारगिल युद्ध को रोकने के लिए पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से बातचीत भी की थी। ये मामला तब हुआ, जब कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्‍तानी पीएम नवाज शरीफ एक दूसरे से बातचीत कर थे।

उसी दौरान नवाज शरीफ के पास दिलीप कुमार का कॉल आया था। कसूरी ने अपनी किताब में लिखा कि दिलीप कुमार की आवाज सुनकर नवाज शरीफ चौंक गए। उन्‍होंने कहा कि 'मियां साहेब, हमें आपसे इसकी उम्‍मीद नहीं थी क्‍योंकि आप हमेशा भारत और पाकिस्‍तान के बीच शांति बनाए रखने के पक्ष में है। भारतीय मुसलमान होने के नाते मैं आपको एक बात बता रहा हूं कि पाकिस्‍तान और भारत के बीच तनाव होने से यहां के मुसलमानों में असुरक्षा का भाव आएगा, उन्‍हें अपने घर से निकलना भी मुश्किल हो जाएगा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आप कुछ कीजिए।'