दुनियाभर के अरबपति, प्रिंस और नामचीन हस्तियां अक्सर हवा में सफर करने के लिए प्राइवेट विमानों का इस्तेमाल करते हैं। ये बेशकीमती जेट्स हवा में उड़ते किसी महल से कम नहीं होते। एक एयरहोस्टेस (Air Hostess) ने इन ‘महलों’ के पीछे छिपी काली सच्चाई को उजागर किया है। एक पूर्व एयरहोस्टेस ने सऊदी अरब के एक प्रिंस, रूसी और जर्मन अरबपतियों की पोल खोलकर रख दी है। सास्किया स्वान नामक इस एयर होस्टेस ने बताया कि प्राइवेट जेट की नौकरी के अंदर उसे सेक्स से लेकर सफाई तक करने को मजबूर किया जाता है। एक बार तो उसे तोते की देखभाल के लिए मजबूर किया गया।
एयरहोस्टेस ने बताया है कि कैसे प्राइवेट जेट्स में जिस्म का सौदा होता है और कई बार न चाहते हुए भी उन्हें गलत काम का हिस्सा बनता पड़ता है। सास्किया स्वान (Saskia Swann) नामक इस एयरहोस्टेस ने एक किताब लिखी है, जिसमें सऊदी अरब के प्रिंस, अमेरिकी, ब्रिटिश और जर्मन अरबपतियों के बारे में खुलकर बताया गया है।
इस एयर होस्टेस ने अपनी किताब सीक्रेट ऑफ ए प्राइवेट फ्लाइट अटेंडडेंट में सास्किया ने बताया कि इस नौकरी को जॉइन करने से पहले उसे 8 गोपनीय समझौतों पर हस्ताक्षर करने पड़े। इसके बाद उसे एक रूसी अरबपति के साथ 41 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर नौकरी मिली। नौकरी मिलते सास्किया की जिंदगी बदल गई। वह अब आलीशान जिंदगी जीने लगी। डिजानयर कपड़े में दुनिया घूमने लगी। इस दौरान उसका फाइव स्टार होटलों में रुकना होता था। इसके बदले में उसे प्रतिदिन भत्ते भी मिलते थे। हालांकि इस आलीशान नौकरी का एक दूसरा पहलू भी था। सास्किया को बताया गया कि वह अपनी बॉस की पत्नी इरिना और उनके दो बच्चों के साथ यात्रा करेंगी। सास्किया रूसी अरबपति की पत्नी को लेकर इस्तांबुल से लॉस एंजिलिस गईं। लेकिन उस अरबपति ने जल्द ही अपनी पत्नी को छोड़ दिया और सास्किया को कहा गया कि पत्नी की मौजूदगी से जुड़े सभी सीक्रेट को नष्ट कर दे। इसमें इरिना के जूते, कंघी, बैग शामिल थे। सास्किया को यहां तक कहा गया कि इरिना के एक बाल भी प्लेन में नहीं दिखना चाहिए, नहीं तो उनकी नौकरी चली जाएगी। इसके बाद सास्किया को रूसी अरबपति की गर्लफ्रेंड मॉडल सावनाह का स्वागत करना पड़ा।
इसके बाद सास्किया को पता चला कि रूसी अरबपति पॉवेल एक दिलफेक इंसान है और वह यह भी चाहता है कि वह उससे फ्लाइट अटेंडेंट की भूमिका से 'कुछ ज्यादा' चाहता है। सास्किया को न्यूयॉर्क यात्रा के दौरान चेतावनी दी गई अगर उसने पॉवेल के साथ सेक्स नहीं किया तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा क्योंकि यह उसके काम का हिस्सा था। कर्ज से जूझ रही सास्किया ने अपने बॉस के डिनर के न्यौते को मजबूरन स्वीकार किया लेकिन इस दौरान उसकी आंखों में आंसू आ गए। सास्किया को एक बॉक्स मिला जिसमें कपड़ा और हीरे का हार था। उसने पावेल के साथ डिनर किया और इसके बाद वह उसे अपने पेंटहाउस में ले गया। इस दौरान पॉवेल ने शराब पी और डांस करते हुए सास्किया को सेक्स के लिए बिस्तर पर ले गया। पावेल ने इस दौरान वियाग्रा खा रखा था। सास्किया ने बताया कि जब वह सुबह सोकर उठी तो लगा क्या मैं एक वेश्या हूं? यह शब्द बार बार उसके जेहन में घूम रहा था। इतने आलीशान होटल में रहने के बाद भी वह खुद को ठगा महसूस कर रही थी। इसके बाद यह सिलसिला चल निकला और पावेल ने लगभग रोज ही उसके साथ सेक्स करने लगा।
कई साल बीतने के बाद सास्किया ने सऊदी प्रिंस हुसैन के साथ काम करना शुरू कर दिया। यहां भी उनका सीक्रेट अफेयर जारी रहा। सास्किया ने बताया कि एक बार तो उसने सऊदी राजकुमार और उनकी गर्लफ्रेंड साबीन को हवा में सेक्स करते हुए पकड़ लिया था। सास्किया ने बताया कि विमान के अंदर प्रिंस और उनकी गर्लफ्रेंड के कपड़े पड़े हुए थे और दोनों ही आपत्तिजनक स्थिति में थे। अच्छी बात यह रही कि सऊदी प्रिंस ने उसे देखा नहीं। सास्किया ने इस प्रिंस की पहचान के रूप में केवल हुसैन नाम बताया। सास्किया ने जब यह नौकरी जॉइन की थी तो उसे बताया गया था कि यह महिलाओं के लिए सुरक्षित जेट है। जेद्दा में फ्लाइट अटेंडेंट को महल के अंदर ही रखा जाता था और शाही परिवार के साथ शारीरिक संबंध बनाने पर उन्हें काफी पैसा दिया जाता था। इस दौरान हर महीने सभी लड़कियों की एड्स की जांच की जाती थी। सास्किया ने बताया कि एक जर्मन अरबपति के साथ काम करने के दौरान उन्हें उसके पालतू तोते को संभालना पड़ता था। इस तोते को जर्मन अरबपति बहुत प्यार करता था।
सास्किया ने बताया कि इस नौकरी में आने के बाद उसे बेहद महंगे कपड़े, जूते और शानदार सूटकेस दिए गए। नौकरी के दौरान सास्किया ने कैरिबियाई देशों से लेकर मालदीव तक की सैर की। इस दौरान प्रतिदिन 450 डॉलर वेतन और 125 डॉलर रहने का खर्च दिया जाता था। इस जहाज पर कोई खाना बनाने वाला नहीं होता था, इसलिए सारा केटरिंग का काम फ्लाइट अटेंडेंट को ही करना पड़ता था। इसमें शराब, फूल खरीदना आदि भी शामिल था। प्लेन के अंदर खाना बनाने के लिए सारी सामग्री भी खुद ही खरीदनी होती थी। बाद में ग्राहक सारा पैसा चुकाता था। अपनी 6 महीने की नौकरी में सास्किया ने सऊदी प्रिंस, रूसी कुलीनों और जर्मन अरबपतियों के साथ काम किया। इसमें कई अरबपति तो दूसरों से बेहद खराब थे। सास्किया की यह किताब आने के बाद अब इसकी चर्चा दुनियाभर में है।