मुंबई के पास करजत में स्थित एनडी स्टूडियो में भयानक आग लग गई। जिससे जोधा-अकबर फिल्म के आइकॉनिक सेट का बड़ा हिस्सा जलकर खाक हो गया। एनडी स्टूडियो के इस सेट्स पर कई हिंदी फिल्मों की शूटिंग हुई। खबर है कि स्टूडियो में आग कल यानी 7 मई को लगभग 12 बजे के आस-पास लगी। फिलहाल, आग पर काबू पा लिया गया है। इस हादसे में किसी के हताहत होने की कोई ख़बर नहीं है। आग जोधा-अकबर के सेट पर ही लगी थी।
आग ने प्लाईवुड, पीओपी और दूसरा सामान अपने जद में लिया। आग को काबू में पाने के लिए आस-पास से कई फायर ब्रिगेड गाड़ियों को बुलया गया था। आग लगने के पीछे सही वजह का पता नहीं चल सका है। इस स्टूडियो का निर्माण हिंदी सिनेमा के जाने-माने आर्ट डायरेक्टर नितिन चंद्रकांत देसाई ने किया। ये स्टुडियो महाराष्ट्र के रायगढ़ ज़िले में खालापुर के पास स्थित है। नितिन देसाई ने करजत स्थित अपने स्टूडियो की नींव 2005 में रखी थी। ये स्टूडियो लगभग 50 एकड़ में फैला हुआ है।
नितिन देसाई ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मशहूर हॉलीवुड निर्देशक ओलिवर स्टोन 650 करोड़ के बजट से अलेक्ज़ेंडर द ग्रेट फिल्म बना रहे थे, जिसकी शूटिंग अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर की जानी थी। उन्हें आगरा, उदयपुर, पंचगनी की लोकेशंस दिखाकर काम करना शुरू कर दिया। फ्लोर्स दिखाने के लिए जब फिल्मसिटी लेकर गया तो वो इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के हिसाब से नहीं थे। टैलेंट होने के बावजूद फ़िल्म मोरक्को चली गयी।बतौर आर्टिस्ट बहुत धक्का लगा कि मुझे अपने देश में ही कुछ करना है और फिर स्टेट ऑफ़ आर्ट स्टूडियो बनाने की परिकल्पना की। इस स्टूडियो में उन्होंने आगरा फोर्ट बनाया, जिसमें जोधा अकबर की शूटिंग हुई। झांसी की रानी हों या छत्रपति शिवाजी महाराज, नितिन देसाई ने सभी के लिए काम किया है। ये स्टूडियो टूरिस्ट डेस्टिनेशन भी है।