कॉमेडी हो या फिर कोई सीरियस रोल, श्रेयस तलपड़े बतौर एक्टर हर किरदार में बखूबी ढल जाते है। ओम शांति ओम, गोलमाल सीरीज, हाउसफुल 2, वाह ताज और इकबाल जैसी फिल्में करने वाले श्रेयस तलपड़े इन दिनों करियर के बुरे दौर से गुजर रहे है। श्रेयस ने हिंदी और मराठी भाषाओं में 45 से ज्यादा फिल्में की है। श्रेयस अपने करियर में बुरे वक्त का जिम्मेदार अपने दोस्तों को मानते है। श्रेयस का कहना है कि उन्हें उनके दोस्तों की वजह से फिल्म इंडस्ट्री में काम नहीं मिल पा रहा है।
अपने दर्द को साझा करते हुए श्रेयस ने एक इंटरव्यू में कहा- इंडस्ट्री में सौ में से सिर्फ दस प्रतिशत लोग ही सही है। बाकी नब्बे प्रतिशत लोग आपकी टांग खींचने में लगे रहते है, क्योंकि वो असुरक्षा से घिरे होते हैं। इंटरव्यू में श्रेयस तलपड़े ने कहा है कि मैंने खुद की मार्केटिंग नहीं की, इस बात पर विश्वास करके कि मेरा काम बोलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं… मुझे पता है कि मेरे साथ स्क्रीन शेयर करना सेफ नहीं मानते हैं. और मुझे फिल्मों में लेना नहीं चाहते। मैंने कई फिल्में सिर्फ दोस्ती के नाते की हैं लेकिन दोस्तों ने ही मेरी पीठ में छुरा घोंपा है।
श्रेयस ने आगे कहा कि एक वक्त पर तो अमिताभ बच्चन तक को परेशानियों का सामना करना पड़ा था तो हम चीज ही क्या है, लेकिन वो नीचे जरूर गिरे लेकिन उन्होंने फिर से ऊचाइंयों को छुआ। मैं आज जहां हूं उससे खुश हूं लेकिन मेरा काम नहीं हुआ है। मुझे अभी अच्छे रोल्स की तलाश है, एक्टर एक बुरे वक्त से गुजरता है लेकिन ये आपको समय के साथ मजबूत होने और चीजों को अधिक महत्व देने में मदद करता है। मैं अभिनय करते हुए मरना चाहता हूं… सेट पर, या मंच पर प्रदर्शन करते हुए।