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Smriti Irani की ‘बा’ बनकर हिट हुई थीं सुधा शिवपुरी, फिल्मों के नामी ‘बदमाश’ से की थी शादी

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की ऑनस्क्रीन दादी और टीवी जगत की मशहूर बा एक्ट्रेस सुधा शिवपुरी की जन्मदिन है। सुधा शिवपुरी ने 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में तुलसी बनी स्मृति ईरानी की 'बा' यानी दादी का किरदार निभाया था। उनके किरदार को लोगों ने काी पसंद किया। सुधा शिवपुरी का जन्म साल 1937 में मध्य प्रदेश के शहर इंदौर में हुआ था। सुधा शिवपुरी जब आठ साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया था और मां ज्यादा बीमार रहती थी। जिसके चलते उनके ऊपर घर की सारी जिम्मेदारी आ गई। 8 साल की उम्र से ही उन्होंने नौकरी करना शुरु कर दिया था।

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में उन्होंने एडमिशन लिया और साल 1977 में उन्हें फिल्म 'स्वामी' में ब्रेक मिला। उन्होंने बॉलीवुड के सबसे पॉपुलर विलेन रहे ओम शिवपुरी से शादी की थी। दोनों की मुलाकात रेडियो में नाटक के दौरान हुई थी। दोनों ने अपनी थिएटर कंपनी खोली। इसके बाद  वो 'आधे अधूरे', 'तुगलक' और विजय तेंदुलकर का 'खामोश: अदालत जारी है' जैसी शानदार नाटकों का हिस्सा बनीं। इन सभी नाटकों से सुधा शिवपुरी ने लोगों के दिलों में खास जगह बनाई। साल 1974 में सुधा शिवपुरी मुंबई चली गईं। उनके मुंबई जाने की वजह उनके पति ओम शिवपुरी को फिल्मों के ऑफर मिलना था। 

ओम शिवपुरी फिल्मों में विलेन का किरदार निभाते थे। साल 1990 में ओम शिवपुरी का निधन हो गया था। पति के निधन के बाद उन्होंने फिल्मों और टीवी से दूरी बना ली। 60 साल की उम्र में उन्होंने 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' से वापसी की थी। इ्सके अलावा, उन्होंने 'आ बैल मुझे मार', 'शीशे के घर', 'वक्त का दरिया', 'दामन', 'संतोषी मां', 'ये घर', 'कसम से' और 'किस देश में है मेरा दिल' जैसे कई शानदार टीवी सीरियल्स में काम किया था। वही बात करें फिल्मों की तो उन्होंने 'इंसाफ का तराजू', 'हमारी बहू अलका', 'सावन को आने दो,' 'सुन मेरी लैला', 'बर्निंग ट्रेन', 'विधाता', 'माया मेमसाब' और 'पिंजर' जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया।