भारत में कोविड-19 की मृत्यु दर में लगातार गिरावट आ रही है और भारत की मृत्यु दर विश्व में सबसे कम में से एक है। आज यह 1.93 प्रतिशत है। अमरीका में 23 दिनों में, ब्राजील में 95 दिनों में और मैक्सिको में 141 दिनों में 50,000 मौतें हुई। भारत ने इस संख्या तक पहुंचने के लिए 156 दिनों का समय लिया।
कोविड-19 रोगियों का उपचार कर रहे चिकित्सकों के नैदानिक प्रबंधन कौशलों को नई दिल्ली के एम्स के इस क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा दूर-परामर्श के जरिये सक्रिय तकनीकी दिशा-निर्देश के माध्यम से अपग्रेड किया गया है। इन उपायों ने सामूहिक रूप से गंभीर एवं अति गंभीर रोगियों के लिए घर से अस्पताल से निर्बाधित और प्रभावी रोग प्रबंधन सुनिश्चित किया है। इसने सुनिश्चित किया है कि भारत की केस की मृत्यु दर (सीएफआर) वैश्विक औसत से नीचे बनी रहे।
कई प्रकार के उपायों के जरिये आक्रामक तरीके से टेस्टिंग, व्यापक रूप से ट्रैकिंग और प्रभावी रूप से उपचार के सफल कार्यान्वयन में रिकवरी के वर्तमान उच्च स्तर में भी योगदान दिया है। भारत की रिकवरी दर लगभग 72 प्रतिशत तक पहुंच चुकी हैं और अधिक से अधिक रोगियों की रिकवरी सुनिश्चित हो रही है।
पिछले 24 घंटों में 53,322 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। इस संख्या के साथ स्वस्थ होने वाले कोविड-19 रोगियों की कुल संख्या बढ़कर 18.6 लाख (18,62,258) से अधिक हो गई है।
रिकवरी में सतत बढ़ोत्तरी ने यह सुनिश्चित किया है कि देश की प्रतिशतता केसलोड में गिरावट आये। वर्तमान सक्रिय मामले (6,77,444) देश के वास्तविक केसलोड को तय करते हैं। यह आज कुल पोजिटिव मामलों का 26.16 प्रतिशत है, जिसने पिछले 24 घंटों में और गिरावट दर्ज की है। वे सक्रिय चिकित्सा पर्यवेक्षण के तहत हैं।
प्रभावी एवं आक्रामक टेस्टिंग के साथ भारत तेजी से 3 करोड़ कोविड टेस्ट पूरा करने की दिशा में बढ़ रहा है। अभी तक 2,93,09,703 नमूनों की जांच की जा चुकी हैं। पिछले 24 घंटों में 7,46,608 टेस्ट किये गये।
यह तेजी से बढ़ते नैदानिक प्रयोगशालाओं के राष्ट्रीय नेटवर्क के द्वारा संभव हो पाया है, जिसमें सरकारी क्षेत्र में 969 प्रयोगशालाएं और निजी क्षेत्र में 500 प्रयोगशालाएं अर्थात कुल 1469 प्रयोगशालाएं हैं।.