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भारत में एक दिन में सबसे ज्यादा 7,33,449 लोगों का कोरोना परीक्षण किया गया

भारत में एक दिन में सबसे ज्यादा 7,33,449 लोगों का कोरोना परीक्षण किया गया

भारत में पिछले 24 घंटों में एक दिन में अब तक का सबसे अधिक 7,33,449 परीक्षण किए गए जो एक नई उपलब्धि है। इसके साथ ही अब तक कुल 2.6 करोड़ से अधिक लोगों के परीक्षण किए जा चुके हैं। टीपीएम यानी प्रति दस लाख की आबादी पर परीक्षण बढ़कर18,852 हो गया है।

भारत में पिछले 24 घंटों के दौरानएक दिन में कोविड-19 से अब तक सबसे अधिक 56,110 लोगों के ठीक होने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। यह समग्र देखभाल मानक के आधार पर गंभीर रोगियों के मानकीकृत नैदानिक प्रबंधन सहित प्रभावी रोकथाम कार्यनीति, तेजी से और व्यापक परीक्षण के सफल कार्यान्वयन का परिणाम है।

केंद्र और राज्य / केंद्रशासित प्रदेश सरकारों के समन्वित प्रयासों के परिणामस्वरूप इस बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों का दैनिक औसत लगातार बढ़ रहा है। जुलाई के पहले सप्ताह में ठीक होने वाले मरीजों का दैनिक औसत 15,000 था जो अगस्त के पहले सप्ताह में बढ़कर 50,000 से अधिक हो गए।

अधिक मरीजों के ठीक होने और अस्पतालों तथा घरों में आइसोलेशन (बीमारी के हल्के और मध्यम मामलों में) से छुट्टी पाने के साथ अब तक ठीक होने वाले कुल लोगों की संख्या 16 लाख से अधिक होकर 16,39,599तक पहुंच गई है। इस बीमारी से ठीक होने की दर भी 70.38 प्रतिशत की एक नई उच्चाई पर पहुंच गई है।

देश में कोविड-19 बीमारी के कुल सक्रिय मामलों की संख्या अभी 6,43,948 है जो इस बीमारी के अब तक के कुल पॉजिटीव मामलों का केवल 27.64 प्रतिशत है। इन्हें सक्रिय चिकित्सा देखरेख में रखा गया है। इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि के साथ इससे ठीक होने वाले मरीजों औरसक्रिय कोविड-19 मामलों के बीच का अंतर लगभग 10 लाख तक पहुंच गया है।

अस्पतालों में बेहतर और प्रभावी नैदानिक ​​उपचार पर ध्यान देने और रोगियों के शीघ्र तथा समय रहते उपचार के लिए उन्हें अस्पताल लाने के लिए एंबुलेंस की बेहतर और समन्वित सेवाओं के उपयोग के परिणामस्वरूप कोविड-19 रोगियों का सहज प्रबंधन हो पाया है। परिणामस्वरूप,वैश्विक औसत की तुलना में भारत में मृत्यु दर (सीएफआर) कम रहा है। यह वर्तमान में 1.98 प्रतिशत है।

श्रेणीबद्ध परीक्षण और उससे मिलने वाली प्रतिक्रियाओं के परिणामस्वरूप अब एक परीक्षण रणनीति बन गई है जिससे देश में परीक्षण सुविधाओं को लगातार बढ़ाया जा रहा है। इस रणनीति को बनाए रखने के लिएदेश में परीक्षण प्रयोगशाला नेटवर्क को लगातार मजबूत किया जा रहा है। आज देश भर में 1421 प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं, इनमें सरकारी क्षेत्र की944 और निजी क्षेत्र की 477 प्रयोगशालाएं हैं।.