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ब्रिटेन ने कोरोना टीकाकरण के लिए उठाया बड़ा कदम, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका को दी मंजूरी

ब्रिटेन ने कोरोना टीकाकरण के लिए उठाया बड़ा कदम, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका को दी मंजूरी

ब्रिटेन ने <strong>ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका</strong> की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। अब कुछ दिनों में वहां के लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक मिलनी शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही भारत में  भी जल्द ही कोरोना वैक्सीन का रास्ता खुल सकती है। क्योंकि  भारत में यह वैक्सीन इस्तेमाल के लिए <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/coronavirus-new-strain-found-in-india-22538.html" target="_blank" rel="noopener noreferrer">अप्रूवल की लाइन में सबसे आगे खड़ी</a> है।

<strong>ब्रिटेन ने सबसे पहले फाइजर की कोरोना वैक्सीन को इमर्जेंसी इस्तेमाल की इजाजत दी थी और देश में अब तक करीब सात लाख से अधिक लोगों को फाइजर वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। इस बीच ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन को भी ब्रिटेन ने मंजूरी दे दी है। इसका मतलब है कि यह टीका सुरक्षित और प्रभावी दोनों है। ब्रिटेन ने वैक्सीन निर्माता कंपनी एस्ट्राज़ेनेका को 100 मिलियन डोज का ऑर्डर दिया है। इससे 50 मिलियन लोगों को टीका लगाया जाएगा। </strong>

भारत में भी अगले हफ्ते तक ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को इमर्जेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिल सकती है। भारत में इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) बना रही है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, SII के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा था कि कोविशील्ड की 4-5 करोड़ खुराक का भंडारण किया गया है।

उन्होंने कहा कि एक बार जब उन्हें मंजूरी मिल जाती है, तो यह सरकार को तय करना होगा कि वे कितनी तेजी से कितनी वैक्सीन ले सकते हैं। इसके साथ ही SII प्रमुख ने दावा किया कि हम जुलाई 2021 तक लगभग 30 करोड़ खुराक बनाएंगे। SII के सीईओ अदार पूनावाला ने दावा किया था कि हम जो भी बनाएंगे उसका 50 प्रतिशत हिस्सा भारत को और बाकी का हिस्सा ‘कोवाक्स’ को देते रहेंगे। उन्होंने कहा कि 2021 के पहले छह महीनों में वैश्विक स्तर पर वैक्सीन की कमी भी देखी जाएगी, लेकिन हम अगस्त-सितंबर 2021 तक थोड़ी राहत देखेंगे।.