ऐसा लग रहा है कि महाराष्ट्र में लॉकडाउन का ऐलान काम कर गया है। काफी दिनों के बाद महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे कम मरीज आए है। मुंबई में भी कोरोना मरीजों की संख्या घटी है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है महाराष्ट्र अपनी पीक को छू चुका है। बहरहाल, मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में पिछले 24घंटे में कोरोना वायरस के कम मामले (Coronavirus Reduce In Maharashtra) सामने आए।
महाराष्ट्र में 48,700जबकि मुंबई में मात्र 3,792मामले सामने आए। हालांकि मौतों की संख्या में बहुत कमी नहीं देखी गई। एक दिन के भीतर राज्य में कोरोना से 524लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच, एक वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा है कि हो सकता है कि मुंबई में कोरोना महामारी की स्थिति में सुधार हो रहा हो। सोमवार को संक्रमण के 41,000नमूनों की जांच की गई जिसमें केवल 3,792पॉजिटिव केस ही मिले हैं।
महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के अहम सदस्य डॉ. शशांक जोशी ने कहा कि मुंबई में कोविड-19की स्थिति में सुधार आकलन, जांच और प्रबंधन की जो रणनीति अपनाई गई है, उसके चलते आया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा ‘ मुंबई में 41हजार जांच पर 3792मामले सामने आए, स्पष्ट रूप से हमें आकलन, जांच और प्रबंधन रणनीति से सफलता मिल रही है। एमसीजीएम टीम को बधाई।’
रविवार तक, देश की वित्तीय राजधानी में 12,783मौतों सहित कुल मामले 6,27,651थे जबकि उपचाराधीन मामले 75,740थे। वहीं मुंबई में 4अप्रैल को रिकॉर्ड 11,163मामले सामने आए, लेकिन पिछले कुछ दिनों में सामने आने वाले नए मामलों में कमी देखने को मिली है। रविवार को कोविड-19के 5,542नए मामले सामने आए थे। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 'मन की बात' रेडियो कार्यक्रम में मशहूर एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. जोशी के साथ बातचीत की थी।
डॉ जोशी का कहना है कि हो सकता है कि मुंबई में दूसरी लहर का उच्चतम स्तर पार हो गया हो। उन्होंने कहा कि देश जिस दूसरी लहर का सामना कर रहा है, वह उम्मीद से कहीं ज्यादा उग्र है, जैसा कि दुनिया भर में देखा गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि राज्य में वर्तमान प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद भी वे कोविड-19मानदंडों का सख्ती से पालन करें।