दिल्ली-यूपी और एमपी की तरह आंध्र, तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल में भी ऑक्सीजन की कमी न हो इसलिए कोरोना के भयावह शक्ल लेने से पहले ही ऑक्सीजन की सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन सेना अपने हाथों में लेने लगी है। इसी क्रम में आंध्र प्रदेश में नौसेना की पूर्वी कमान ने राज्य के सभी ऑक्सीजन संयंत्रों को अपने अधिकार में ले लिया है। इसी के साथ सेना राज्य के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन का ऑडिट भी करेगी।
नौसेना के ईस्टन नेवल कमांड की टीम अस्पतालों में खर्च होनी वाली ऑक्सीजन, आपूर्ति और अन्य सुविधाओं का ऑडिट करेगी। इसके लिए चार टीमों का गठन किया गया है जिसके पास तीन से चार जिलों की जिम्मेदारी है। टीम लीकेज के कारण ऑक्सीजन की हो रही बर्बादी को भी रोकेगी। ऑडिट के बाद टीम सुझाव के साथ पूरी रिपोर्ट प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अनिल कुमार सिंघल को सौंपेगी ।
दक्षिणी राज्यों में अभी महामारी का बुरा दौर नहीं आया है, जबकि हकीकत ये है कि कर्नाटक से लेकर केरल और तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़ने के साथ ऑक्सीजन संकट गहराता जा रहा है।
इसके अलावा, कोरोना से जूझ रहे तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के हफीजपेत में 300बेड का अस्पताल शुरू हो गया। अस्पताल का संचालन करने वाले लोगों का कहना है कि कोरोना संक्रमित जो लोग भर्ती या आइसोलेट होना चाहते हैं वो यहां भर्ती हो सकते हैं। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि यहां गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन की सुविधा के साथ पर्याप्त डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ है।
वहीं, तमिलनाडु में लॉकडाउन के अगले ही दिन चेन्नई के अस्पतालों में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड फुल होने से नए मरीजों की जान सांसत में पड़ गई। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। राज्य सरकार ने बताया, चेन्नई में कोरोना मरीजों के लिए अलग-अलग अस्पतालों में कुल 5849ऑक्सीजनयुक्त बेड हैं। 4234बेड बिना ऑक्सीजन के हैं, जबकि 1735बेड पर आईसीयू की सुविधा है। रोजाना संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही अस्पताल पहुंचने वाले गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
इस कारण अस्पतालों में पहले से आरक्षित सभी बेड फुल चल रहे हैं। आनन-फानन में स्वस्थ महसूस कर रहे मरीजों को डिस्चार्ज किया गया, जिससे दूसरे गंभीर मरीजों को भर्ती कर उपचार दिया जा सके।
कोविड -19का गणितज्ञ मॉडल से अध्ययन करने वाले विशेषज्ञ मुराद बनाजी ने कहा, बंगलूरू दिल्ली और मुंबई के रास्ते पर है। यहां मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होने के साथा पॉजिटिविटी दर 30फीसदी हो गई है। साबित होता है कि आने वाले समय में यहां महामारी और भयावह रूप लेगी।
सुंदरगढ़ जिले में संक्रमण की रफ्तार देख ओडिशा सरकार ने आईसीयू में 90और ऑक्सीजनयुक्त 120बेड बढ़ाए हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के प्रमुख सलाहकार एके त्रिपाठी ने स्थिति का जायजा लेने के बाद ये फैसला लिया। प्रशासन का कहना है कि अभी यहां ग्यारह हजार से अधिक सक्रिय केस हैं। आने वाले कुछ दिनों में स्थिति बिगड़ सकती है।