अमेरिका के जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) के मुताबिक, कोरोना वायरस महामारी से मरने वालों की संख्या अपनी चरम सीमा पर पहुंच गई है। सीएसएसई के आंकड़ों के हवाले से सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अमेरिका में कोरोना मामलों की संख्या जहां 2.81 करोड़ की संख्या तक पहुंच गई है, वहीं सोमवार को यहां मरने वालों की संख्या 5,00,071 तक पहुंच गई। अमेरिका के अलावा कई अन्य देशों में भी कोरोना के मामले में इजाफा हुआ है। महाराष्ट्र में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। पुणे में नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार चल रहा है। कहीं दुनिया में कोरोना की दूसरी लहर तो नहीं आने वाली।
सीएसएसई के आंकड़ों से पता चला है कि न्यूयॉर्क को पछाड़ते हुए कैलिफोर्निया कोरोना से हुई मौतों के मामले में सबसे आगे है। यहां 49,439 मरीज अपनी जाने गंवा चुके हैं। 46,917 मौतों के साथ न्यूयॉर्क दूसरे नंबर पर है। इसके बाद, 42,291 और 30,065मौतों के साथ टेक्सास और फ्लोरिडा क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर पर है।
अमेरिका के जिन अन्य राज्यों में 15,000 से अधिक मौतें हुई हैं, उनमें पेन्सिलवेनिया, न्यू जर्सी, इलिनॉयस, ओहाइयो, जॉर्जिया, मिशिगन, मैसाचुसेट्स और एरिजोना शामिल हैं।
अमेरिका दुनिया का एक ऐसा देश है, जिसे कोरोना ने सबसे अधिक प्रभावित किया है। कोरोना मामलों और इससे हुई मौतों की सूची में यह अव्वल है। पूरी दुनिया में कोरोना के जितने भी मामले हैं, उनका 25 प्रतिशत अकेले अमेरिका से हैं, जबकि मौतों के मामले में यह आंकड़ा 20 फीसदी से अधिक का है।