भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत 'पहले पड़ोसी' की नीति को अपनाते कोरोना की <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/56-inches-chest-india-makes-corona-vaccine-64-heads-of-missions-arrive-in-hyderabad-20901.html"><strong><span style="color: #000080;">देसी वैक्सीन</span> </strong></a> (Corona Vaccine) की सप्लाई सबसे पहले बांग्लादेश को ही करेगा। ध्यान रहे, कुछ दिन पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच वर्चुअल मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में भी इस बात को दोहराया गया था कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) बांग्लादेश को दी जाएगी। बांग्लादेश अगस्त महीने से ही भारत के सम्पर्क में है और सबसे पहले वैक्सीन हासिल करने के लिए प्रयासरत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Bangladesh"><strong>बांग्लादेश</strong> </a>को कोरोना से लड़ाई में पूरी मदद का आश्वासन दिया जाएगा। देशों की एजेंसियों के बीच पहले ही इस बात का समझौता हो चुका है कि भारत पहले चरण में कोरोना वैक्सीन का तीन करोड़ डोज बांग्लादेश को उपलब्ध कराएगा। पोस्ट कोविड दुनिया को लेकर भी दोनों देश आपस मे विचार विमर्श करेंगे। सप्लाई चेन का मुद्दा भी वार्ता में अहम होगा।
भारत की कोरोना वैक्सीन की प्रगति को खुद अपनी आंखों से देखने के लिए बीते दिन 64 देशों के प्रतिनिधि भारत पहुंचे हैं। इन प्रतिनिधियों ने हैदराबाद में बन रही कोरोना वैक्सीन को देख। ऐसा बताया जाता है कि यह सभी देश भारत से कोरोना वैक्सीन खरीदने के इच्छुक हैं। भारत में निर्मित कोरोना वैक्सीन दुनिया में सबसे सस्ती और सबसे असरदार साबित हुई है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाईजेशन ने भारत में बन रही कोरोना वैक्सीन की प्रशंसा की है।.